Jharkhand News: धनबाद जिले के बलियापुर अंचल अंतर्गत आसनबनी मौजा में जमीन अधिग्रहण के दौरान लाठीचार्ज और मारपीट के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। केटीएमपीएल के दो कर्मियों नवीन शर्मा और दीपक कुमार को बलियापुर पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
सोमवार को सिंदरी एसडीपीओ आशुतोष कुमार सत्यम ने बलियापुर थाना में आयोजित प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस मामले के अन्य दो आरोपी – मनीष जाट और अर्जुन सोनी – पहले ही एक सप्ताह पूर्व न्यायालय में सरेंडर कर चुके हैं।
11 जुलाई को हुआ था विवाद, आदिवासी महिला ने दर्ज कराई थी FIR
गौरतलब है कि 11 जुलाई 2025 को आसनबनी में भूमि अधिग्रहण के दौरान पुलिस बल की भारी तैनाती की गई थी। इस दौरान स्थानीय रैयतों ने भूमि अधिग्रहण का विरोध किया। आरोप है कि विरोध के दौरान पुलिस और कंपनी कर्मियों ने मिलकर ग्रामीणों पर लाठीचार्ज किया।
इस मामले में सरसाकुड़ी निवासी आदिवासी महिला उर्मिला देवी ने बलियापुर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि लाठीचार्ज में महिलाएं और बुजुर्ग भी घायल हुए थे।
झामुमो और भाकपा माले ने की थी कार्रवाई की मांग
इस घटना के विरोध में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) यानी भाकपा माले ने आसनबनी में सभा कर लाठीचार्ज के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की थी।
क्या है मामला?
आसनबनी में चल रही भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया के तहत केटीएमपीएल (KTMPPL) कंपनी की ओर से जमीन ली जा रही थी, जिसे लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बिना उचित मुआवजा और सहमति के भूमि अधिग्रहण किया जा रहा है।







