Ranchi: झारखंड में अमन साहू के एनकाउंटर के बाद शांत पड़ा गैंग एक बार फिर से सक्रिय हो गया है। रविवार को गिरोह की ओर से ऐलान किया है कि अब गैंग का संचालन राहुल दुबे संभालेंगे। यह जानकारी अमन साहू के फेसबुक पोस्ट में जारी प्रेस रिलीज जारी कर दी हई है। फेसबुक पर डाले गए रिलीज में राहुल दुबे को कमान दी गई है। साथ ही लिखा गया है कि अमन साहू को फर्जी मुठभेड़ में मारा गया। उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं। अब से अमन साहू गिरोह का संचालन सिर्फ राहुल करेंगे। भाई अमन साहू हिम्मत और साहस के प्रतीक थे और आगे भी रहेंगे।
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ध्यान रहे कि इसी साल 11 मार्च को पलामू में अमन साहू का एनकाउंटर किया गया था। इसके बाद से गिरोह में राहुल सिंह के नाम की चर्चा रही, लेकिन सुनील मीणा उर्फ मयंक सिंह के प्रत्यार्पण के बाद संगठन ने साफ कर दिया कि अब कमान केवल और केवल राहुल दुबे के हाथ में होगी।
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कौन है राहुल दुबे
बता दें कि मुख्य रूप से राहुल दुबे झारखंड के पलामू, रामगढ़, हजारिबाग, पलामू और धनबाद में मुख्य रूप से सक्रिय है। बीते 20 अगस्त को उसके द्वारा रामगढ़ जिले के सयास डी परियोजना क्षेत्र में रंगदारी वसूली के लिए बेस कैंप पर की गई। गोलीबारी की जिम्मेदारी राहुल दुबे ने ली थी। राहुल दुबे का गैंग मुख्य रूप से इन इलाकों के बड़े कारोबारियों और कंपनियों से वसूली करता है। समय समय पर पुलिस ने उसके सहयोगियों को गिरफ्तार किय है, लेकिन राहुल अब भी फरार है और अब जो जानकारी मिल रही है। उसके अनुसार राहुल दुबे गैंग का संचालन करेंगे।
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मयंक सिंह से पूछताछ जारी
अमन साहू के करीबी सुनील मीणा उर्फ मयंक सिंह को अजरबैजान से प्रत्यारपित कर झारखंड लाया गया था। फिलहाल मयंक सिंह रामगढ़ के जेल में बंद है। लगातार उससे झारखंड एटीएस औऱ रामगढ़ की पुलिस पूछताछ कर रही है। पूछताछ में यह जानकारी एटीएस को मिली कि उसका और अमन साहू का कनेक्शन गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई के साथ था उसके लिए ये दोनों लगातार काम कर रहे थे। वहीं अमन साहू के परिवार ने अमन साहू के एनकाउंटर की जांच की मांग भी की थी, हालांकि बाद में यह मांग वापस ले ली। अब गैंग की नई सक्रियात ने पुलिस की चुनौती बढ़ा दी है। देखना होगा कि प्रशासन इस आपराधिक गिरोह पर अंकुश लगाने के लिए क्या कदम उठाता है।







