–पिता ने कहा हांथ तो कोई लौट नही पायेगा
–कृत्रिम हांथ लगवाने की पूरी कोशिश करूंगा: पूर्व जिप अध्यक्ष
कोडरमा। जिले के ओम कौशल्या हाॅस्पिटल एवं ट्रामा सेंटर के डाॅक्टर विशाल कुमार द्वारा लापरवाही से एक बच्चे को अपना एक हाथ गंवाने के मामले में अस्पताल प्रबंधन द्वारा बच्चे के हांथ का सौदा तीन लाख में किया गया। विदित हो कि 16 मार्च 2025 को डोमचांच प्रखंड के जानपुर निवासी अजीत कुमार का बेटा अमन कुमार घर की सीढ़ी से गिर गया था, जिससे दाहिने हाथ की कलाई में चोट आई थी। इलाज के लिए उसे रांची-पटना रोड स्थित ओम कौशल्या हाॅस्पिटल कोडरमा ले जाया गया, जहां डाॅ. विशाल कुमार ने उसी दिन एक्स-रे कर पक्का प्लास्टर चढ़ा दिया, जिसके बाद दर्द रहने लगा तो दुबारा बच्चे को 22 मार्च 2025 को फिर से बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसके बाद डाॅक्टर द्वारा 23 मार्च को बच्चे को बीएचयू बनारस रेफर कर दिया गया, मगर परिजन उसे धनबाद ले गए।

वहां डाॅ. कैलाश प्रसाद ने जांच कर बताया कि डाॅक्टर की लापरवाही से हाथ में गेंग्रीन हो गया है और हांथ सड़ चुका है, जिसके बाद जान बचाने के लिए हाथ काटना पड़ा। उपर्युक्त मामले की भनक जब खबर मंत्र अखबार संवाददाता को मिली तो मामले को संज्ञान में लेकर प्रमुखता से इस लापरवाही को उजागर किया और पीड़ित के दर्द को बयान किया। जिसके बाद कुछ राजनीति से जुड़े लोगों ने भी इसको संज्ञान में लिया।

क्या कहा जेएमएम प्रखंड उपाध्यक्ष
जेएमएम प्रखंड उपाध्यक्ष डोमचांच मोती सिंह ने भी मामले को गंभीरतापूर्वक लेते हुए पीड़ित को न्याय दिलाने की पूरी कोशिश में जुटे रहे। वहीं उन्होंने कहा कि आज किसी की गलती का खामियाजा एक बच्चा भुगत रहा है और पूरी जिंदगी इसका एहसास उसे होता रहेगा और इस दर्द को कोई बांट भी नही सकता, फिर भी होनी को कोई टाल नहीं सकता। वहीं उन्होंने कहा कि पूर्व जिप अध्यक्ष की पहल पर पीड़िता को तीन लाख का मुआवजा दिलाया गया।

पूर्व जिप अध्यक्ष ने क्या कहा
वहीं पूर्व जिप अध्यक्ष महेश राय ने कहा कि एक छोटे से बच्चे के साथ ऐसी घटना हुआ मुझे भी इसका बहुत दुःख और अफसोस भी है। मैं पीड़ित के साथ हूं और आगे भी उसकी मदद करूंगा एवं कृत्रिम हांथ लगवाने की पूरी कोशिश करूंगा, ताकि बच्चे के दुःख को कुछ कम किया जा सके।
डाॅ. तीन लाख में मेरे बच्चे का हाथ तो नही लौटा पायेगा: पीड़ित पिता
पिता के द्वारा मामले को लेकर उपायुक्त, एसपी, एसडीओ एवं थाना में शिकायत दर्ज करवाई गयी थी, मगर इसपर कोई कार्रवाई नहीं की गयी। इसके बाद राजनीतिक दल द्वारा पहल कर अस्पताल में इलाज के दौरान हुए खर्च कुल तीन लाख रुपये हर्जाने के रूप में दिया। वहीं पीड़ित ने कहा कि राजनीतिक दबाव में आने के कारण मुझे तीन लाख रुपये में मानना पड़ा, मगर इतना तो मेरा बच्चे का ईलाज में खर्च हो चुका है। वहीं उन्होंने कहा गरीब को कौन सुनता है, तीन लाख में डाॅक्टर मेरे बच्चे का हाथ तो नही लौटा पायेगा। मैं जिला प्रशासन से भी मांग करता हूं कि मुझे आथिर्क मदद किया जाय, ताकि अपने बच्चे को कृत्रिम हाथ लगा सकूं।
कोडरमा वासियों ने क्या कहा
महावीर मुहल्ला निवासी शिव शंकर राम ने बताया कि 4 अप्रैल 2023 को मेरा हाथ टूट गया था, जिसके बाद डाॅ विशाल के पास इलाज के लिए गया था, मगर डाॅ विशाल की लापरवाही के कारण मेरा हाथ में इन्फेक्शन हो गया, जिसके बाद बेहतर इलाज के लिए मुझे वेल्लोर जाना पडा। जहां लगभग एक लाख पचास हजार रूपया खर्च कर अपना हाथ बचा पाया।

वहीं कोडरमा निवासी कृष्णा पांडे पिता बैजनाथ पांडेय ने कहा कि लाॅकडाउन के समय मेरे पैर में जख्म हो गया था, जिसके बाद इलाज के लिए सदर अस्पताल गया, वहीं सलाह दिया गया कि आप किसी हड्डी रोग विशेषज्ञ के पास जा कर इलाज करायें। जिसके बाद मैं डाॅ. विशाल के हाॅस्पिटल गया, जहां उन्होंने बताया कि आॅपरेशन कर आपके पेैर को ठीक किया जा सकता है। जिसके बाद उन्होनें मेरे पैर का आॅपरेशन किया एवं आॅपरेशन के बाद मेरे पैर में इन्फेक्शन हो गया। तब मैं फिर डाॅ विशाल कुमार के पास गया तो उन्होंने कहा आपका पैर काटना पडेगा और आॅपरेशन कर पैर काटा गया। वहीं उन्होंने कहा लगभग दो लाख रूपये खर्च कर आॅपरेशन कराया फिर भी मैं अब विक्लांग हो गया हूं एवं कुछ भी काम करने से लाचार हूं।

वहीं महावीर मुहल्ला निवासी दीपक कुमार ने बताया कि मेरा हांथ का उंगली टूट गया था इस दौरान मैं भी डाॅ विशाल कुमार के पास गया। उनके लापरवाही का शिकार हो गया एवं उंगली को कटवाना पड गया था। वहीं कोडरमा वासियों में डाॅ विशाल पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जो कम खर्चे में इलाज किया जा सकता है, उसे इन्होंने ज्यादा राशि वसूल कर भी ठीक नहीं कर पा रहे हैं। इससे लोग उनके हाॅस्पिटल में जाने में कतरा रहे हैं। बताते चलें कि कोडरमा जिले के कई लोग डाॅ. विशाल कुमार के लापरवाही का शिकार हुए हैं। वहीं कोडरमा वासियों ने जिला प्रशासन से जांच कर कार्रवाई की मांग की है।






