धनबाद: बहुचर्चित बोकारो वन भूमि घोटाले की तपिश अब धनबाद तक पहुंच गई है। मंगलवार की सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने हीरापुर हटिया रोड स्थित रजिस्ट्रार रामेश्वर सिंह के सरकारी आवास पर छापेमारी की। रजिस्ट्रार रामेश्वर सिंह, जो पहले बोकारो में पदस्थापित थे, उनसे इस घोटाले में पूछताछ की जा रही है। ईडी की टीम उनके पुराने कार्यकाल में हुई रजिस्ट्री और भूमि संबंधी दस्तावेजों की बारीकी से जांच कर रही है।
सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई 117 एकड़ वन भूमि के घोटाले को लेकर की जा रही है, जो कि बोकारो इस्पात संयंत्र को लौटाई जानी थी, लेकिन उसे गलत दस्तावेज के आधार पर निजी लोगों को बेच दिया गया। इसी मामले में 18 मार्च 2024 को प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसकी शुरुआती जांच सीआईडी कर रही थी। अब यह मामला ईडी को सौंपा गया है।
ईडी की छापेमारी सिर्फ धनबाद तक सीमित नहीं है। सूत्र बताते हैं कि रांची के हरिओम टावर में एक कंस्ट्रक्शन कंपनी, बोकारो में वन भूमि कार्यालय, और बिहार के कई स्थानों पर भी एक साथ कार्रवाई की जा रही है। कई बिल्डरों, अंचल कर्मियों और अन्य अधिकारियों से पूछताछ जारी है।
धनबाद के रजिस्ट्री कार्यालय में इस छापेमारी के बाद हड़कंप मच गया है। रजिस्ट्रार आवास के चारों ओर सुरक्षा बलों का घेरा है और आवास में आवाजाही पर रोक लगी हुई है। समाचार लिखे जाने तक ईडी की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है, लेकिन जांच और पूछताछ की प्रक्रिया तेजी से जारी है।






