भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर आतंकवाद के खिलाफ गंभीरता की कमी का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद, पूरे देश में इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठ रही है. केंद्र और राज्य सरकारें आतंकवाद को समाप्त करने के लिए एकजुट होकर काम कर रही हैं.
मरांडी ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा सभी मुख्यमंत्रियों को दिए गए निर्देश का उल्लेख किया, जिसमें पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान कर उन्हें देश से बाहर करने का आदेश दिया गया था. उनका कहना है कि झारखंड में हेमंत सरकार इस दिशा में ठोस कदम उठाने में गंभीर नहीं दिख रही है. इसके बजाय, झामुमो के मंत्री और प्रवक्ता गैर-जिम्मेदाराना और संवेदनहीन बयान दे रहे हैं.
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उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की कि राजनीति करने के लिए कई अवसर मिलेंगे, लेकिन इस कठिन समय में झारखंडवासियों की भावनाओं का सम्मान करते हुए राष्ट्र प्रथम की भावना के साथ राज्य में आतंकवादियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करें.
मरांडी ने यह भी कहा कि राज्य में आतंकियों की बढ़ती सक्रियता ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. हालांकि पुलिस समय-समय पर आतंकियों को गिरफ्तार कर रही है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि इन आतंकियों को पनाह कौन दे रहा है और उन्हें संसाधन कौन उपलब्ध करा रहा है. राज्य की जनता इन सवालों का जवाब जानना चाहती है.
उन्होंने स्पष्ट किया कि केवल गिरफ्तारी से आतंकवाद की समस्या का समाधान नहीं होगा; जब तक इनके पूरे नेटवर्क और मददगारों का पर्दाफाश नहीं होगा, तब तक राज्य पूरी तरह सुरक्षित नहीं हो सकता.







