भारत ने एक बार फिर आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है. 7 मई 2025 को हुए ऑपरेशन सिंधूर ने साफ कर दिया कि भारत अब आतंक के हर वार का जवाब निर्णायक कार्रवाई से देगा.
इससे पहले भी मोदी सरकार के कार्यकाल में भारत ने पाकिस्तान पर कई अहम सैन्य कार्रवाई की है, जिनका उद्देश्य आतंकवादियों के ठिकानों को तबाह करना और देश की सुरक्षा सुनिश्चित करना रहा है.
1-बालाकोट एयरस्ट्राइक (26 फरवरी 2019):
14 फरवरी 2019 को पुलवामा हमले में CRPF के 40 जवानों की शहादत के बाद, भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर मिराज-2000 विमानों से बमबारी की. भारत ने दर्जनों आतंकियों के मारे जाने का दावा किया, जबकि पाकिस्तान ने इससे इनकार किया.
2-एयर डॉगफाइट और मिग-21 का संघर्ष (27 फरवरी 2019):
बालाकोट हमले के अगले दिन, पाकिस्तान ने हवाई हमला किया. भारत ने जवाबी कार्रवाई में एक पाकिस्तानी एफ-16 को मार गिराने का दावा किया. इस दौरान भारतीय मिग-21 पायलट अभिनंदन वर्धमान को पाकिस्तान ने पकड़ लिया था, जिन्हें बाद में रिहा किया गया.
3–ऑपरेशन सिंधूर (7 मई 2025):
22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में 26 निर्दोष भारतीय और नेपाली पर्यटकों की मौत के बाद, भारत ने पाकिस्तान और पीओके में स्थित आतंकी ठिकानों पर हवाई हमला किया. भारतीय खुफिया सूत्रों के अनुसार, इस सटीक कार्रवाई में लगभग 70 आतंकवादी मारे गए. पाकिस्तान ने इस हमले में 26 नागरिकों की मौत का दावा किया, लेकिन भारत ने इसे “आतंक के खिलाफ न्यायोचित सैन्य कार्रवाई” बताया.
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा, “पहल गाम हमला एक कायरतापूर्ण कृत्य था, जिसका उद्देश्य जम्मू-कश्मीर की शांति को भंग करना था. भारत ने हमलावरों की पहचान कर ली है और जवाबी कार्रवाई की है.












