Jharkhand News: कोविड-19 के दौरान, प्रवासी मजदूरों के कल्याण को लेकर झारखंड सरकार के श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग ने अपनी उपलब्धियों का जमकर ढिंढोरा पीटा. लेकिन, विभाग तमाम कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने के बाद भी उन प्रवासी मजदूरों के Aadhar Verification में नाकाम रहा है. विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध आकड़े श्रम नियोजन विभाग की नाकामी की गवाही दे रहें है.

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वेबसाइट पर उपलब्ध आकाड़े की माने तो, कुल 2,06,784 प्रवासी मजदूर पोर्टल में रजिस्टर्ड है. जिनमें से एक लाख 55,631 पुरुष और 50,682 महिलाएं प्रवासी मजदूर है. इसके अलावा 471 ट्रांसजेंडर प्रवासी मजदूरों का निबंधन पोर्टल में किया गया है. आश्चर्य वाली बात यह कि करीब निबंधित 2 लाख प्रवासी मजदूरों में से 10,027 मजदूरों का ही आधार वेरीफाइड विभाग कर पाया है. मतलब साफ है कि, राज्य के 19,656 मजदूरों का Aadhar Verification का कार्य अभी तक लंबित है.

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Aadhar Verification में जामताड़ा अव्वल तो गिरिडीह फिसड्डी
Aadhar Verification के मामले में जामताड़ा में कुल 890 लंबित है. जबकि, गिरिडीह में सर्वाधिक 19,772 प्रवासी मजदूरों का Aadhar Verification नहीं हो पाया है. इसके अलावा, 9 जिलें ऐसे है जहां, 10,000 से ज्यादा की संख्या में प्रवासी मजदूरों के Aadhar Verification का कार्य लंबित है.








