Jharkhand News: झारखंड में चल रहे शराब घोटाले की जांच में ACB को एक बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि ACB ने विभिन्न संदिग्धों को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किए हैं, लेकिन इनमें से अधिकांश लोग ACB के समक्ष पेश नहीं हो रहे हैं.
ACB के नोटिस के बावजूद अनुपस्थिति
पिछले सप्ताह ACB ने विभिन्न प्लेसमेंट एजेंसियों और शराब कारोबार से जुड़े करीब डेढ़ दर्जन संदिग्धों को नोटिस जारी किया था, लेकिन इनमें से अधिकांश लोग पूछताछ में शामिल नहीं हुए. सोमवार को छत्तीसगढ़ की प्लेसमेंट एजेंसी एटूजेड इंफ्रा सर्विस के कर्मियों और पदाधिकारियों को भी नोटिस भेजा गया था, लेकिन वे भी ACB की पूछताछ में शामिल नहीं हो सके.
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विनय सिंह की अनुपस्थिति
रांची के ऑटोमोबाइल कारोबारी विनय सिंह को दो-दो समन जारी किए गए हैं, लेकिन वे भी ACB के समक्ष उपस्थित नहीं हुए हैं. विनय सिंह, जो पूर्व उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के प्रधान सचिव विनय कुमार चौबे के करीबी माने जाते हैं, पर आरोप हैं कि उन्होंने चौबे के काले धन को निवेशित किया. ACB इनसे पूछताछ करना चाहती है, लेकिन उनकी अनुपस्थिति से जांच में रुकावट आ रही है.
कानूनी कार्रवाई की तैयारी
ACB अब इन आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी कर रही है. यदि आगामी समन के बावजूद आरोपी उपस्थित नहीं होते हैं, तो ACB उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट तक जारी कर सकती है.
न्यायिक हिरासत की अवधि बढ़ी
शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार किए गए आईएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे और अन्य आरोपियों की न्यायिक हिरासत की अवधि 23 जून तक बढ़ा दी गई है. उन्हें ACB की विशेष अदालत में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पेश किया गया था, जहां अदालत ने उनकी हिरासत अवधि बढ़ाने का आदेश दिया.







