रांची : उत्तराखंड के केदारनाथ मार्ग पर हुए दर्दनाक हेलीकॉप्टर हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। गौरीकुंड और त्रिजुगीनारायण के बीच सोमवार सुबह हुए इस हादसे में 7 श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई, जिनमें एक मासूम बच्चा भी शामिल था। इस हादसे पर झारखंड सरकार के मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने केंद्र सरकार पर तीखा सवाल उठाते हुए कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर का प्रयोग बंद क्यों नहीं होता?
डॉ. अंसारी ने कहा, की हर साल केदारनाथ यात्रा में हादसे क्यों होते हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार इतनी लापरवाह क्यों है। सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर का प्रयोग आखिर बंद क्यों नहीं किया जाता। क्या श्रद्धालुओं की जान की कोई कीमत नहीं है। उन्होंने केंद्रीय उड्डयन मंत्री से नैतिकता के आधार पर तत्काल इस्तीफा मांगते हुए कहा कि श्रद्धालु आम यात्री नहीं होते, वो आस्था के प्रतीक होते हैं। उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भारत सरकार की है, जो अब तक मूकदर्शक बनी बैठी है।
हर स्तर पर सतर्कता बरतती है हमारी सरकार
डॉ. अंसारी ने बाबा बैद्यनाथ धाम का उदाहरण देते हुए कहा कि देवघर में हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं, लेकिन हमारी सरकार हर स्तर पर सतर्कता बरतती है। इसलिए वहां ऐसी त्रासदी नहीं होती। फिर केदारनाथ में हर बार ऐसा क्यों होता है। उन्होंने इस घटना को केंद्र सरकार की सीधी विफलता करार देते हुए कहा कि अब देश की जनता जवाब मांगेगी।ये हादसा केवल तकनीकी नहीं, बल्कि प्रशासनिक और नीति-निर्माण में लापरवाही का नतीजा है,







