Flight Emergency Landing & Technical Faults in Aircrafts Analysis: पिछले कुछ दिनों में फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग और तकनीकी खराबियां: क्या हवाई सुरक्षा खतरे में है?
हाल के दिनों में उड़ानों में अचानक तकनीकी खराबी, बम की धमकी और ईंधन संकट जैसी घटनाओं के कारण हवाई यात्रा को लेकर चिंताएं तेजी से बढ़ी हैं। बीते 36 घंटे में ही 5 फ्लाइट्स को तकनीकी कारणों से रनवे पर वापस लौटना पड़ा या इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी है। साथ ही एक फ्लाइट को रद्द करना पड़ा।
इन घटनाओं ने एविएशन इंडस्ट्री की तैयारियों और सुरक्षा मानकों पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। आइए नजर डालते हैं हाल की प्रमुख घटनाओं और उनकी संभावित वजहों पर।
1. एअर इंडिया फ्लाइट AI171 क्रैश, 279 मौतें
12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही फ्लाइट AI171 उड़ान भरते ही क्रैश हो गई। इस हादसे में 241 यात्रियों समेत 279 लोग मारे गए। शुरुआती जांच तकनीकी गड़बड़ी की तरफ इशारा कर रही है। यह हाल की सबसे भयावह घटना रही है।
2. इंडिगो फ्लाइट 6E 2706 में बम की धमकी, नागपुर में इमरजेंसी लैंडिंग
कोच्चि से दिल्ली जा रही इंडिगो फ्लाइट को बम की धमकी मिली, जिसके बाद नागपुर एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। सभी यात्रियों को सुरक्षित उतार लिया गया। जांच जारी है, लेकिन कुछ संदिग्ध नहीं मिला है।
3. ब्रिटिश F-35 लड़ाकू विमान की तिरुवनंतपुरम में इमरजेंसी लैंडिंग
ब्रिटिश फाइटर जेट को ईंधन खत्म होने की वजह से केरल के तिरुवनंतपुरम में लैंड करना पड़ा। हालांकि ईंधन भरने के बाद विमान ने फिर से उड़ान भरी।
4. लुफ्थांसा फ्लाइट LH752 को बम की धमकी, जर्मनी लौटाया गया
फ्रैंकफर्ट से हैदराबाद आ रहे विमान को बम की धमकी मिलने के बाद फ्लाइट को बीच रास्ते से वापस फ्रैंकफर्ट लौटाना पड़ा। घंटों की जांच के बाद दोबारा उड़ान शुरू की गई।
5. AI315 हांगकांग से दिल्ली उड़ान के बाद लौटी वापस
22,000 फीट की ऊंचाई पर फ्लाइट के इंजन में खराबी आने से फ्लाइट AI315 को उड़ान के 1 घंटे बाद हांगकांग एयरपोर्ट पर वापस लौटना पड़ा।
6. दिल्ली से रांची जा रही फ्लाइट लौटी वापस
एअर इंडिया की एक फ्लाइट तकनीकी खराबी के चलते रांची की बजाय दिल्ली में ही लैंड करनी पड़ी।
7. अहमदाबाद की फ्लाइट रद्द
एअर इंडिया की एक फ्लाइट जो दिल्ली से अहमदाबाद जाने वाली थी, ऑपरेशनल कारणों से रद्द कर दी गई।
क्यों हो रही हैं इतनी तकनीकी गड़बड़ियां?
- एयरक्राफ्ट में ओवरयूस और कम मेंटेनेंस
कोविड के बाद उड़ानों में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है, लेकिन कई विमानों का मेंटेनेंस नियमित नहीं हो रहा। - पुराने एयरक्राफ्ट्स का उपयोग
एयरलाइंस कई बार 10–15 साल पुराने विमानों का उपयोग करती हैं, जो आधुनिक सुरक्षा मानकों पर खरे नहीं उतरते। - ग्राउंड स्टाफ की कमी और प्रेशर
एविएशन इंडस्ट्री में स्टाफ की कमी के कारण मेंटेनेंस में लापरवाही हो सकती है। - साइबर थ्रेट्स और बम की फर्जी धमकियां
हालिया बम धमकियां अलर्ट की स्थिति में एयरलाइनों को डाल रही हैं, जिससे फ्लाइट डायवर्जन आम हो गया है।
हवाई यात्रा अभी भी दुनिया के सबसे सुरक्षित ट्रांसपोर्ट मोड्स में से एक है, लेकिन हाल की घटनाएं इस सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े करती हैं। DGCA और इंटरनेशनल एविएशन बॉडीज को चाहिए कि वे इस पर सख्त निगरानी रखें और एयरलाइनों को मेंटेनेंस प्रोटोकॉल सख्ती से पालन करने को कहें।












