मैथन: गुरुवार को एग्यारकुण्ड प्रखंड के विभिन्न सरकारी विद्यालयों में ‘नशा मुक्त भारत अभियान’ के तहत जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर छात्रों को नशे से दूर रहने की शपथ दिलाई गई.
मध्य विद्यालय एग्यारकुण्ड के प्रधानाध्यापक प्रमोद कुमार झा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि नशीली दवाओं की लत मानसिक और शारीरिक रूप से बेहद नुकसानदायक होती है. उन्होंने बताया कि इससे हेपेटाइटिस-सी जैसे संक्रमण, दौरे, और आत्महत्या जैसे खतरनाक विचार उत्पन्न हो सकते हैं.
छात्रों सही मार्ग पर चलने की दी सलाह
झा ने यह भी समझाया कि जब किसी दवा का उपयोग चिकित्सकीय उद्देश्य से इतर किसी अन्य कारण से किया जाता है, तो वह अवैध और खतरनाक हो जाता है. उन्होंने छात्रों को सही मार्ग पर चलने और समाज को नशा मुक्त बनाने का संकल्प दिलाया.
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इस जागरूकता कार्यक्रम में छात्र-छात्राएं, शिक्षकगण, विद्यालय प्रबंधन समिति, माता समिति के सदस्य तथा क्षेत्र के प्रबुद्ध नागरिक शामिल हुए. कार्यक्रम की सफलता में शिक्षकों—विदन मंडल, कुमारी सोना दास, ज्योति कुमारी, मारुति बाउरी, अपर्णा बाउरी, दुलाली बाउरी, चंदना बाउरी, ललिता बाउरी, एवं रेणु देवी—का विशेष योगदान रहा.







