रांची: झारखंड प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में प्रदेश अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अभय कुमार सिंह और सदाकत हुसैन अंसारी के नामांकन को अमान्य घोषित किए जाने के बाद संगठन के भीतर असंतोष गहराता जा रहा है।
अभय कुमार सिंह ने जताई आपत्ति
रविवार को प्रदेश कार्यालय में हुई स्क्रूटनी के दौरान इन दोनों नेताओं के नामांकन को यह कहकर रद्द कर दिया गया कि उनके 10 प्रस्तावक राज्य परिषद के सदस्य नहीं हैं। इस पर अभय कुमार सिंह ने कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि जब राज्य परिषद के सदस्यों का चुनाव ही 19 जून को होना है, तो आज उनके न होने का आधार बनाकर नामांकन कैसे खारिज किया जा सकता है?
गिरधारी गोप ने चुनाव प्रक्रिया को बना दिया विवादित – अभय कुमार सिंह
अभय कुमार सिंह ने आरोप लगाया कि राज्य निर्वाचन पदाधिकारी गिरधारी गोप ने अपनी मंशा पूरी करने के लिए चुनाव प्रक्रिया को विवादित बना दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश कार्यालय को पुलिस छावनी में बदल दिया गया, जिससे पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरा है। उन्होंने यह भी कहा कि राजद की परंपरा रही है कि जब प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव को लेकर विवाद होता है, तो मामला राष्ट्रीय अध्यक्ष के पास भेजा जाता है। लेकिन इस बार कुछ लोग खुद को अध्यक्ष घोषित करने की होड़ में संविधान और पार्टी की गरिमा को ताक पर रख रहे हैं।
राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी से की हस्तक्षेप की मांग
वहीं पूर्व अध्यक्ष अभय कुमार सिंह ने राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी हस्तक्षेप करते हुए इस मुद्दे पर दखल दें और पार्टी की प्रतिष्ठा को बचाएं।







