झारखण्ड: देवघर और बासुकीनाथ में 11 जुलाई से शुरू होने वाला श्रावणी महोत्सव, जो 9 अगस्त तक चलेगा, इस वर्ष सुरक्षा के लिहाज से अत्यंत संवेदनशील है. स्पेशल ब्रांच के आइजी ने गृह सचिव और डीजीपी को एक रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें विशेष अलर्ट जारी किया गया है. रिपोर्ट में इस बात की ओर इशारा किया गया है कि कांवरियों के वेश में आतंकी या उग्रवादी ताकतें माहौल का फायदा उठा सकती हैं और अप्रिय घटनाओं को अंजाम दे सकती हैं.
रिपोर्ट में शामिल सुरक्षा उपाय:
- कांवरिया पथ और श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिस और गश्ती व्यवस्था की जाएगी.
- सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वाले असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी.
- कांवरिया पथ के आसपास के गांवों में असामाजिक गतिविधियों पर कड़ी निगरानी की जाएगी.
- वांटेड और फरार अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी.
- भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों, जैसे मंदिर, रेलवे स्टेशन, और बस स्टैंड पर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जाएगी.
- श्रद्धालुओं के साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ या ठगी की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे.
- सुनसान और अंधेरे क्षेत्रों में बेहतर प्रकाश व्यवस्था की जाएगी.
- महिलाओं के साथ छेड़छाड़, छिनतई और अन्य अपराधों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
सुरक्षा की मजबूत व्यवस्था
इस बार सुरक्षा व्यवस्था को और भी अधिक सख्त किया गया है, ताकि श्रद्धालु निश्चिंत होकर पूजा-अर्चना कर सकें और कोई अप्रिय घटना न हो. पुलिस को निर्देश दिया गया है कि वे लगातार गश्त करें और शिथिलता पर निगरानी रखें.
कांवरिया पथ पर सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान
साथ ही, कांवरिया पथ पर श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए पुलिस बल और सुरक्षा अधिकारियों को स्टैंडबाय पर रखा जाएगा. साथ ही, इन स्थानों पर सीसीटीवी कैमरा सिस्टम से निगरानी भी बढ़ाई जाएगी.
श्रावणी महोत्सव की यह सुरक्षा योजना राज्य की प्रशासनिक मशीनरी की ओर से एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे धार्मिक आयोजन के दौरान शांति और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.







