गिरिडीह : गिरिडीह जिला में इन दिनों विवाह चरम पर है। एक ओर जहां लोग खुशियों में डूबे हुए हैं, तो वहीं दूसरी ओर हाईकोर्ट के निर्देशों के बावजूद डीजे की तेज आवाज़ें लोगों कि कान फाड़ रही हैं। बता दें कि हाईकोर्ट ने साफ तौर पर निर्देश दिया है कि सार्वजनिक कार्यक्रमों में डीजे के उपयोग ना करे, खासकर रात 10 बजे के बाद, लेकिन इसके बावजूद बिरनी प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में इस आदेश की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
कोर्ट के आदेश की खुलेआम अवहेलना:
बता दें की बिरनी के बलिया, पेशम, शाखाबारा, और बनपुरा जैसे सैकड़ो इलाकों में विवाह समारोहों में डीजे न केवल बजाए जा रहे हैं, बल्कि देर रात तक ध्वनि प्रदूषण फैलाया जा रहा है। प्रशासन की भूमिका भी सवालों के घेरे में है, क्योंकि कहीं भी कोई कड़ी कार्रवाई देखने को नहीं मिल रही। डीजे बजाने वाले लोग ना केवल प्रशासन के सामने बल्की कई जगहों पर डीजे बजाकर डांस करते भी नजर आ रहे है।
स्थानीय लोगों की परेशानी:
ध्यान रहे कि रात में पढ़ाई करने वाले छात्र, बीमार लोग और बुजुर्ग डीजे की तेज आवाज़ से परेशान हैं। कई छात्रों का कहना है कि वे सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे है। ऐसे में रात में पढ़ाई का माहौल सबसे अच्छा होता है, लेकिन उसी वक्त आस-पास के लोग डीजे बजाने लगते है। मानते है शादी का माहौल है, लेकिन हमारी पढ़ाई भी काफी जरूरी है। वहीं कई जगहों पर स्थानीय लोगों के द्वारा पुलिस प्रशासन से शिकायते भी की जाती है, लेकिन शिकायत करने के बाद भी पुलिस प्रशासन मानो मौन साधे हुए है। ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि क्या हाईकोर्ट के आदेश केवल कागज़ों तक ही सीमित रह जाएंगे? क्या बिरनी प्रखंड में कानून का डर खत्म हो चुका है? अब सवाल यह उठता है कि क्या प्रशासन सख्ती दिखाएगा या फिर रस्म अदा करेगी?






