सिंदरी: हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड ने अपना 10 वां स्थापना दिवस समारोह का आयोजन शनिवार को स्पंदन क्लब में रंगारंग कार्यक्रम के साथ धूमधाम से किया। इस अवसर पर हर्ल सिंदरी के द्वारा 15 किलोग्राम का केक काटकर इसे सेलिब्रेट किया।
26 लाख मिट्रिक टन यूरिया का किया गया उत्पादन
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हर्ल सिंदरी के प्रोजेक्ट हेड गौतम माजी ने बताया कि हर्ल सिंदरी ने स्थापना दिवस तक लगभग 26 लाख मिट्रिक टन यूरिया का उत्पादन किया है। उन्होंने कहा कि इस दिन दस वर्ष पूर्व दिल्ली में नई उर्वरक कंपनी हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड का गठन हुआ था। देश की तीन पी एस यू कंपनियों कोल इंडिया लिमिटेड (सीआइएल), नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन (एनटीपीसी) और इंडियन ऑयल कारपोरेशन (आइओसीएल) ने संयुक्त रूप से हर्ल का गठन किया था। लंबी प्रक्रिया के उपरांत हर्ल को सिंदरी, गोरखपुर और बरौनी में उर्वरक संयंत्र के निर्माण का दायित्व सौंपा गया था। शुरुआत में उम्मीद थी कि तीनों उर्वरक संयंत्र का निर्माण वर्ष 2020 तक हो जाएगा और उत्पादन शुरु हो जाएगा। परंतु जानलेवा कोरोना संक्रमण से जूझ रही दुनिया के साथ ही हर्ल प्रोजेक्ट के निर्माण पर भी इसका असर पड़ा और तीनों यूनिट का निर्माण कार्य और उत्पादन में विलंब हुआ। हर्ल का सिंदरी उर्वरक संयंत्र में यूरिया का व्यवसायिक उत्पादन विगत 15 अप्रैल 2022 में शुरु हुआ। हर्ल सिंदरी ने बीते तीन वर्षो में 13 जून 2025 तक 25 लाख 65 हजार 604 मिट्रिक टन यूरिया का उत्पादन किया है। इसी अवधि में 14,78,246 मिट्रिक टन अमोनिया का उत्पादन हुआ है। हर्ल सिंदरी बीयूएच गौतम माजी ने बताया कि हर्ल के सिंदरी यूनिट मे 15 दिनों का वार्षिक शटडाउन लिया गया था। परंतु वार्षिक शटडाउन को निर्धारित समय से 24 घंटे पहले ही पूरा कर लिया गया और यूरिया का उत्पादन भी समय से पहले शुरु कर दिया गया। उन्होने बताया कि सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखकर प्रोजेक्ट का संचालन किया जा रहा है। इसलिए उत्पादन दुर्घटना रहित संभव हो पा रहा है।
प्रोजेक्ट के संचालन में यहां के कर्मचारियों का महत्वपूर्ण योगदान- विक्रांत कुमार
मौके पर मौजूद हर्ल सिंदरी एच आर हेड विक्रांत कुमार ने बताया कि प्रोजेक्ट के संचालन में यहाँ के कर्मचारियों का महत्वपूर्ण योगदान है। उनके बिना यह संभव नहीं हो पाता। इस अवसर पर उपस्थित हर्ल सिंदरी परिवार ने हर्ल की शुरुआत से लेकर अब तक की हर्ल की उपलब्धि को देखा।







