रांची। रांची के पूर्व उपायुक्त आईएएस छवि रंजन प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के तीसरे समन के बाद पूछताछ के लिए सोमवार को यहां हिनू स्थित क्षेत्रीय कार्यालय पहुंच गए।आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आईएएस छवि रंजन से सेना के जमीन घोटाले सहित अन्य मामले में पूछताछ शुरू कर दी गई है। ईडी ने छवि रंजन को तीसरा समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया है। हालांकि दो बार समन जारी करने के बावजूद आईएएस छवि रंजन ईडी कार्यालय नहीं पहुंचे थे। ईडी ने इससे पहले 13 अप्रैल को छवि रंजन सहित 18 लोगों के 22 ठिकानों पर छापेमारी की थी।
ईडी को बड़गाई के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप के ठिकाने से बड़ी मात्रा में सरकारी जमीन के दस्तावेज मिले थे। भानु प्रताप पर रिकार्ड में छेड़छाड़ कर जमीन की अवैध तरीके से म्यूटेशन करने का आरोप है। इससे पहले ईडी ने छवि रंजन को समन कर 21 अप्रैल को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वे कार्यालय नहीं गए और उन्होंने दो सप्ताह का समय देने की मांग की थी। इसके बाद ईडी ने तीसरी बार समन कर छवि रंजन को सोमवार को हाजिर होने को कहा था। छवि रंजन फिलहाल समाज कल्याण निदेशक के पद पर पदस्थापित हैं।
उल्लेखनीय है कि सेना के कब्जेवाली और चेशायर होम रोड स्थित जमीन बेचने के मामले में रिमांड पर लिए गए सात आरोपितों ने कई अहम जानकारी दी है। बड़गाई अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, अफसर अली, इम्तियाज अहमद, प्रदीप बागची, मोहम्मद सद्दाम हुसैनतल्हा खान और फैयाज खान ने ईडी को बताया कि जमीन के मूल दस्तावेज में छेड़छाड़ की गई है। दस्तावेजों में छेड़छाड़ करने का आरोप तत्कालीन डीसी छवि रंजन पर लगा है।