रांची: झारखंड के बहुचर्चित शराब घोटाले में गिरफ्तार निलंबित आईएएस अधिकारी विनय चौबे और सहायक उत्पाद आयुक्त गजेंद्र सिंह को शनिवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने विशेष अदालत में पेश किया। जहां अदालत ने सुनवाई के बाद दोनों अधिकारियों को न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया, जिसके बाद उन्हें रांची के होटवार स्थित केंद्रीय कारागार ले जाया गया। हालांकि शनिवार देर रात अचानक विनय चौबे की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें देर रात लगभग 1 बजे रांची के राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
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20 मई को एसीबी ने किया गिरफ्तार
सूत्रों के अनुसार, एसीबी को विशेष अदालत से दोनों अधिकारियों से पूछताछ के लिए दो दिन की अनुमति प्राप्त हुई थी। निर्धारित अवधि में पूछताछ पूरी करने के बाद शनिवार सुबह दोनों को अदालत में प्रस्तुत किया गया। जांच से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि पूछताछ के दौरान दोनों ने स्वयं को निर्दोष बताया और घोटाले में किसी भी प्रकार की संलिप्तता से इनकार किया। ध्यान रहे कि 20 मई को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने शराब घोटाले में शामिल होने के आरोप में विनय चौबे और गजेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया था। दोनों पर राज्य सरकार को 38.44 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान पहुंचाने का गंभीर आरोप है। साथ ही यह जानकारी है कि यह घोटाला 38.44 करोड़ रुपये के बजाए 100 करोड़ का है। फिलहाल इस मामले की जांच एसीबी द्वारा जारी है, हालांकि अब तक की पूछताछ में कोई निर्णायक जानकारी सामने नहीं आई है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि बहुत से ऐसे लोग है जिनसे एसीबी की टीम पूछताछ कर सकती है।







