नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने केजरीवाल सरकार पर शिक्षकों का वेतन रोकने का आरोप लगाया है।
बिधूड़ी ने शनिवार को कहा कि शिक्षा क्रांति और शिक्षकों के हितों की दुहाई देने वाली केजरीवाल सरकार शिक्षकों का शोषण कर रही है। केजरीवाल सरकार दिल्ली विश्वविद्यालय के 12 कॉलेजों के शिक्षण और गैर शिक्षण स्टाफ, समग्र शिक्षा कार्यक्रम के तहत नियुक्त शिक्षक और वोकेशनल टीचर्स वेतन के लिए मारे-मारे फिर रहे हैं। समग्र शिक्षा कार्यक्रम का फंड केंद्र सरकार से लेकर भी शिक्षकों को नहीं दिया जा रहा।
बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली सरकार शिक्षकों को समाज की रीढ़ कहती है लेकिन उनके साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ताजा मामला समग्र शिक्षा कार्यक्रम का है। केंद्र की इस योजना के तहत शिक्षकों को 38,100 रुपये वेतन दिया जाता है। इसमें से 20 हजार रुपये का भुगतान केंद्र सरकार करती है और बाकी राशि दिल्ली सरकार को देनी होती है। केंद्र सरकार तो पूरे साल का वेतन एक साथ दिल्ली सरकार को रिलीज कर देती है लेकिन दिल्ली अपने हिस्से का वेतन इन शिक्षकों को नहीं दे रही। शिक्षकों ने जब दिल्ली के शिक्षा निदेशालय से बकाया वेतन के लिए संपर्क किया तो उन्होंने वेतन देने से इनकार कर दिया और यहां तक कह दिया कि कोर्ट चले जाओ।