Jharkhand News: पलामू जिले के पांकी विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक डॉ. शशिभूषण मेहता को दिल्ली स्थित झारखंड भवन में आरक्षित कमरा नहीं दिया गया. जिससे नाराज विधायक ने इसे अपमानजनक बताते हुए रिसेप्शन के सामने धरने पर बैठ गए और वहीं अपना टिफिन खोलकर खाना भी शुरू कर दिया. इस घटना ने राज्य की राजनीतिक हलचल को एक बार फिर गर्मा दिया है.
क्या है पूरा मामला?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विधायक शशिभूषण मेहता ने अपने नाम से झारखंड भवन में दो कमरे पहले से बुक करवा रखे थे और बकायदा बुकिंग कन्फर्म भी की थी. लेकिन जब वह भवन पहुंचे, तो उन्हें बताया गया कि कोई कमरा खाली नहीं है और सिर्फ एक ही कमरा उनके नाम पर दर्ज है.
इस पर विधायक भड़क गए और रिसेप्शन के सामने धरने पर बैठ गए. उन्होंने अपना सामान वहीं रख दिया और फिर वहीं बैठकर टिफिन खोल कर खाना खाने लगे.
read more- 8 जून 2025 का राशिफल: मेष से मीन तक आज किसे मिलेगा भाग्य का साथ?
विधायक बोले – “यह अपमानजनक है”
डॉ. मेहता ने इस पूरी घटना को “विधायक के सम्मान के खिलाफ” बताया और इस संबंध में उन्होंने मुख्य सचिव (CS) से लेकर झारखंड विधानसभा अध्यक्ष तक शिकायत कर दी है. उन्होंने कहा कि “झारखंड भवन में जिस प्रकार से मेरे साथ व्यवहार किया गया, वह न केवल अपमानजनक है बल्कि झारखंड के सभी जनप्रतिनिधियों का अपमान है.”
झारखंड भवन की व्यवस्था पर सवाल
विधायक का आरोप है कि झारखंड भवन की व्यवस्था पूरी तरह असंतोषजनक है. उन्होंने खुलासा किया कि जब बुकिंग की जांच की गई, तो एक कमरा पूर्व विधायक के नाम पर बुक मिला, जबकि बाकी कमरे खाली थे. उन्होंने सवाल उठाया कि अगर सरकार ने इस भवन पर करोड़ों रुपए खर्च किए हैं, तो फिर इसका लाभ किन्हें मिल रहा है? विधायकों को ही अगर यहां ठहरने की सुविधा नहीं मिलेगी, तो यह भवन किसके लिए बना है?
कार्रवाई की मांग
विधायक शशिभूषण मेहता ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है. उन्होंने झारखंड भवन की अव्यवस्थाओं पर गहरी चिंता जताई और अपील की कि जो अधिकारी या कर्मचारी इस प्रकार की लापरवाही कर रहे हैं, उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.







