Patna News: PM नरेंद्र मोदी आज, 20 जून को बिहार के दौरे पर हैं और सिवान में एक बड़ी चुनावी रैली को संबोधित करने जा रहे हैं. दोपहर 12 बजे पीएम मोदी सिवान पहुंचेंगे, जहां वह एक मेगा कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे और करीब 10,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे.
यह इस साल प्रधानमंत्री का बिहार का चौथा दौरा है. कार्यक्रम का समापन दोपहर 1:15 बजे तक होगा. इस दौरान PM मोदी पटना से गोरखपुर के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाएंगे.
सियासी मायने क्या हैं?
राज्य में अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं और सिवान, सारण और गोपालगंज की 24 विधानसभा सीटों पर महागठबंधन का वर्चस्व माना जाता है. ऐसे में पीएम मोदी की यह रैली इन क्षेत्रों में एनडीए की पकड़ मजबूत करने की कोशिश मानी जा रही है.
बाहुबली नेता शहाबुद्दीन के प्रभाव वाले सिवान में मोदी की यह रैली राजनीतिक दृष्टि से काफी अहम मानी जा रही है.
सिवान की सामाजिक-सियासी स्थिति
सिवान जिले के 8 विधानसभा क्षेत्रों में मुस्लिम आबादी 25% से अधिक है, वहीं यादव वोटरों की भी बड़ी हिस्सेदारी है. इस वजह से आरजेडी का प्रभाव यहां मजबूत माना जाता है. हालांकि सवर्ण और अतिपिछड़ा वर्ग का झुकाव एनडीए की ओर देखा जाता है, जिससे मुकाबला काफी कड़ा हो गया है.
जर्मन तकनीक से बने पंडाल, विशेष इंतजाम
प्रधानमंत्री की रैली के लिए सिवान में जर्मन तकनीक से बने पांच विशाल वाटरप्रूफ पंडाल तैयार किए गए हैं, जिनमें प्रत्येक में 60,000 से अधिक लोगों के बैठने की व्यवस्था है. गर्मी को ध्यान में रखते हुए बोरिंग से पानी की व्यवस्था की गई है और कुल 200 बायो-टॉयलेट भी लगाए गए हैं.
रैली स्थल के चारों ओर 20 जगहों पर पार्किंग की सुविधा दी गई है. वीआईपी पार्किंग रैली स्थल से 500 मीटर जबकि सामान्य पार्किंग 2 किमी दूर बनाई गई है.
शैक्षणिक गतिविधियों पर रोक को लेकर विवाद
PM मोदी की रैली को देखते हुए सिवान जिले में सभी स्कूल, कॉलेज, कोचिंग सेंटर और आंगनबाड़ी केंद्रों में शुक्रवार को शैक्षणिक गतिविधियां बंद रखने का आदेश दिया गया है.
डीएम आदित्य प्रकाश के इस आदेश पर राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है. आरजेडी सांसद मनोज झा ने इस फैसले की आलोचना करते हुए कहा, “पढ़ेगा इंडिया, तभी तो बढ़ेगा इंडिया की हकीकत सामने आ गई है.”
हालांकि प्रशासन का कहना है कि भारी ट्रैफिक और गर्मी के चलते बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है.
प्रधानमंत्री मोदी की सिवान रैली जहां एक तरफ विकास परियोजनाओं की सौगात लेकर आई है, वहीं यह एनडीए के लिए एक अहम राजनीतिक दांव भी साबित हो सकती है. चुनावी मौसम में महागठबंधन के गढ़ में यह कार्यक्रम कई स्तर पर असर डाल सकता है.












