KhabarMantra: पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है। नियंत्रण रेखा पर फायरिंग की घटनाओं के बीच भारत ने हर मोर्चे पर सख्त रुख अपनाया है। भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना सभी मोर्चों पर पूरी तरह से सक्रिय हो गई हैं और जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार हैं।
वायुसेना का ‘आक्रमण’ युद्धाभ्यास
भारतीय वायुसेना ने मध्य क्षेत्र में बड़े स्तर पर ‘आक्रमण’ नामक युद्धाभ्यास शुरू किया है। इस अभ्यास में राफेल और सुखोई-30 जैसे आधुनिक फाइटर जेट्स भाग ले रहे हैं।
वायुसेना के अनुसार यह अभ्यास नियमित ट्रेनिंग एक्सरसाइज का हिस्सा है, लेकिन इसकी टाइमिंग मौजूदा हालात को देखते हुए बेहद अहम मानी जा रही है।
- राफेल जेट्स अंबाला और हाशीमारा (पश्चिम बंगाल) से ऑपरेट कर रहे हैं।
- अभ्यास में असली युद्ध जैसी परिस्थितियों में मिशन उड़ाए जा रहे हैं।
- इसमें हवा से हवा में मार करने वाली मीटियोर मिसाइल और लंबी दूरी तक सटीक मार करने वाली अन्य अत्याधुनिक मिसाइलों का परीक्षण भी शामिल है।
नौसेना का शक्ति प्रदर्शन: INS सूरत से मिसाइल टेस्ट
भारतीय नौसेना ने पश्चिमी समुद्री क्षेत्र में INS सूरत से मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल का सफल परीक्षण किया है।
मिसाइल की मारक क्षमता लगभग 70 किमी बताई गई है। नौसेना का कहना है कि इस परीक्षण ने देश की स्वदेशी रक्षा क्षमता को एक नया आयाम दिया है।
- INS सूरत ‘प्रोजेक्ट 15B’ के तहत बना चौथा विध्वंसक जहाज है।
- यह अत्याधुनिक हथियार और सेंसर तकनीकों से लैस है, और इसमें 75% स्वदेशी सामग्री का उपयोग हुआ है।
- परीक्षण पाकिस्तान की ओर से संभावित मिसाइल परीक्षण से ठीक पहले किया गया।
INS विक्रांत की तैनाती
भारत के सबसे एडवांस्ड एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत को अरब सागर में तैनात कर दिया गया है।
यह पहले करवार नेवल बेस पर खड़ा था। सैटेलाइट इमेज से इसकी तैनाती की पुष्टि हुई है, जिससे साफ है कि भारत किसी भी स्थिति के लिए पूरी तरह तैयार है।
सियासत और रणनीति: युद्धविराम समझौता रद्द हो सकता है
रक्षा मंत्रालय से जुड़े सूत्रों का कहना है कि केंद्र सरकार पाकिस्तान के साथ वर्तमान संघर्षविराम समझौते को रद्द करने पर विचार कर रही है। यह संकेत हैं कि भारत अब आतंकवाद को किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं करेगा।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने साफ संकेत दे दिया है कि वह हर मोर्चे पर तैयार है। सेना, नौसेना और वायुसेना ने मिलकर अपनी रणनीतिक ताकत का प्रदर्शन किया है। आने वाले दिनों में भारत की आगे की रणनीति पर सबकी नजर बनी रहेगी।











