Ranchi: झारखंड के इतिहास, संस्कृति और आंदोलनों पर आधारित एक महत्वपूर्ण पुस्तक “झारखंड: एक सिंहावलोकन” का राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने आज राज भवन में लोकार्पण किया। यह पुस्तक पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. प्रदीप कुमार बलमुचू द्वारा लिखी गई है।
राज्यपाल ने लेखक को इस सराहनीय कृति हेतु बधाई और शुभकामनाएं दीं और आशा जताई कि यह पुस्तक झारखंड के इतिहास को समझने में समाज के सभी वर्गों के लिए उपयोगी साबित होगी।
पुस्तक का विषय-वस्तु: झारखंड का गहन अध्ययन
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि यह पुस्तक झारखंड शब्द की उत्पत्ति से लेकर, हुल क्रांति, संस्कृति, वन एवं पर्यावरण, और झारखंड आंदोलन जैसे प्रमुख विषयों को समाहित करती है। उन्होंने कहा:
“यह पुस्तक प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के लिए बेहद उपयोगी होगी क्योंकि इसमें पूरे झारखंड का इतिहास संक्षेप में और सुव्यवस्थित ढंग से प्रस्तुत किया गया है।”
संस्कृति से औद्योगिक विकास तक की यात्रा
लेखक डॉ. प्रदीप कुमार बलमुचू ने पुस्तक के लोकार्पण अवसर पर कहा:
“इस पुस्तक में झारखंड की संस्कृति, धरोहर, आंदोलन, और आज के औद्योगिक विकास तक का क्रमबद्ध वर्णन किया गया है। यह उन लोगों के लिए अत्यंत उपयोगी है जो झारखंड को गहराई से जानना और समझना चाहते हैं।”
लोकार्पण समारोह में प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति
इस अवसर पर कई राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे, जिनमें प्रमुख हैं:
- पूर्व सांसद धीरज प्रसाद साहू
- मीडिया चेयरमैन सतीश पॉल मुंजनी
- सच्चिदानंद चौधरी, मृत्युञ्जय शर्मा, राजेश बलमुचू
- रिचर्ड लकड़ा, सुनील तिग्गा, जॉयरुंडा
- रामाकांत आनंद, आश्वा तिग्गा, फियाज








