रांची : झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर एनडीए ने अपनी रणनीति तय कर ली है। शुक्रवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में हुई विधायक दल की बैठक में कई ज्वलंत मुद्दों पर गहन चर्चा हुई। बैठक की अध्यक्षता भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने की, जिसमें जदयू विधायक सरयू राय, आजसू विधायक निर्मल महतो, लोजपा विधायक जनार्दन पासवान समेत भाजपा के सभी विधायक मौजूद रहे।
लोकतांत्रिक मूल्यों की अनदेखी कर रही सरकार
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए भाजपा के मुख्य सचेतक नवीन जायसवाल ने स्पष्ट किया कि एनडीए गठबंधन सूर्या हांसदा एनकाउंटर मामले की सीबीआई जांच की मांग पर अडिग है। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह फर्जी एनकाउंटर है और इसे साजिशन हत्या बताया जा रहा है। इसलिए सदन में इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि झामुमो-कांग्रेस गठबंधन की सरकार लोकतांत्रिक मूल्यों की अनदेखी कर रही है। शिक्षा व्यवस्था चरमराई हुई है, शिक्षक व बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी है। साथ ही विश्वविद्यालय संशोधन बिल लाकर सरकार कुलपतियों की नियुक्ति पर कब्जा करना चाहती है, जो लोकतांत्रिक परंपराओं के खिलाफ है।
अटल बिहारी वाजपेयी का यह अपमान बर्दाश्त नहीं करेगी जनता
जायसवाल ने अटल क्लीनिक का नाम बदलकर मदर टेरेसा क्लीनिक करने पर भी कड़ा विरोध जताया। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी का यह अपमान झारखंड की जनता कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। इसके अलावा एनडीए विधायकों ने अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों की दुर्दशा, भदई फसलों की बर्बादी, यूरिया की कालाबाजारी, बेरोजगारी और परीक्षाओं में धांधली जैसे मुद्दों को भी सदन में जोर-शोर से उठाने का संकल्प लिया। साथ ही विपक्षी पूर्व विधायकों की सुरक्षा घटाने और सत्ताधारी दल के नेताओं को विशेष सुरक्षा देने के मामले पर भी सरकार को घेरने की तैयारी है।
धमकियों के मुद्दे को सदन में उठाएंगे निर्मल महतो
वहीं आजसू विधायक निर्मल महतो ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो को मिल रही धमकियों का मुद्दा सदन में उठाने की बात कही, वहीं लोजपा विधायक जनार्दन पासवान ने भी एनडीए की एकजुटता के साथ सरकार को जवाब देने की घोषणा की। एनडीए ने साफ कर दिया है कि मानसून सत्र में सरकार को विपक्ष हर मोर्चे पर कठघरे में खड़ा करे।







