Kml Desk: झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के सारंडा जंगल में नक्सल अभियान लगातार जारी है। पुलिस दावा कर रही है कि 2026 के अंत तक झारखंड को नक्सल मुक्त कर दिया जाएगा। तो दूसरी तरफ नक्सली मुवमेंट सारंडा जंगल में लगातार जारी है। इसी का नतिजा है कि आज जंगल में पत्ता तोड़ने गई एक 11 साल की बच्ची आईईडी बम की चपेट में आ गई, और मौके पर ही मौत हो गई। पूरा मामला पश्चिम सिंहभूम जिले के सारंडा जंगल के जराईकेला थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है। फिलहाल झारखंड पुलिस और सीआईपीएफ के जवान घटना स्थल के लिए रवाना हो गए है।
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साल पत्ता तोड़ने गई हुई थी बच्ची
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मृतिका सीरिया हेरंज आज सुबह जंगल में साल पत्ता तोड़ने गई हुई थी। तभी उसका बायां पैर नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी बम में पड़ गया, जिससे जोरदार विस्फोट हुआ और बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई। बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी बम से किसी निर्दोश की मौत हुई है। इससे पहले भी कई बार ऐसी घटना समय- समय पर सामने आती रही है।
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सारंडा जंगल में बिछा है बारूदी जाल
आपकों बता दें कि सारंडा जंगल में मुख्य रूप से कई ऐसे इनामी नक्सली मौजूद है जिनपर 1 करोड़ रुपए की इनाम की घोषणा रखी गई है। मुख्य रूप से इनमें मिसीर बेसरा शामिल है। जो फिलहाल सारंडा जंगल में अपने दस्ते के साथ मौजूद है। सारंडा जंगल में नक्सलियों द्वारा पूरे क्षेत्र में इस कदर बारूदी जाल बिछाया गया है। जिसका परिणाम यह है कि सीरिया जैसी ना जाने कितने निर्दोश मासूमो की जान गई है। वहां के स्थानीय लोगों में नक्सलियों का खौफ कुछ इस कदर है कि स्थानीय जंगल के अंदर जाना मुनासिब नहीं समझते और अगर कोई चला भी जाए तो कभी ना कभी उसकी जान चली जाती है। यहां तक की सुरक्षा बल के जवान भी जंगल में सर्च अभियान के लिए जाते है तो पूरी तरह से चौकन्ना होकर जाते है। कई बार नक्सलियों द्वारा बिझाए गए आईईडी बम से सुरक्षा बल के जवान भी मौत हो चुकी है। फिलहाल झारखंड पुलिस यह दावा तो कर रही है कि 2026 तक सारंडा को नक्सल मुक्त कर दिया जाएगा लेकिन अब यह किस तक संभव है यह आने वाला समय ही बताएगा।







