प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुजफ्फरपुर और छपरा की रैलियों में कांग्रेस-राजद गठबंधन पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विपक्ष बिहार को नीचा दिखाने की साज़िश कर रहा है।
> “तेलंगाना और कर्नाटक में कांग्रेस के नेता बिहारियों को गालियां देते हैं, तमिलनाडु में डीएमके उन्हें प्रताड़ित करती है — और अब कांग्रेस ने उन्हीं लोगों को प्रचार के लिए बुलाया है। ये सोची-समझी चाल है,” मोदी ने कहा।
मोदी ने राजद-कांग्रेस के घोषणापत्र को ‘रेट लिस्ट’ बताते हुए कहा कि इनकी हर योजना का असली मकसद “वसूली, लूट और भ्रष्टाचार” है।
> “राजद-कांग्रेस की पहचान पाँच चीज़ों से है — कट्टा, क्रूरता, कटुता, कुशासन और करप्शन,” उन्होंने कहा।
छठ पूजा पर मोदी का बयान: “हम छठ महापर्व को UNESCO सूची में लाने की कोशिश में हैं”*
मुजफ्फरपुर की रैली में पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार छठ महापर्व को यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में शामिल कराने की कोशिश कर रही है।
> “एक तरफ आपका बेटा छठी मइया की जयकार पूरी दुनिया में फैला रहा है, दूसरी तरफ कांग्रेस-राजद छठी मइया का अपमान कर रहे हैं,” मोदी ने कहा।
राहुल गांधी का पलटवार: “छठ पूजा पर मोदी करते हैं ड्रामा”
राहुल गांधी ने नालंदा (नूरसराय) की रैली में मोदी और नीतीश पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा —
> “मोदी जी को छठ पूजा से कोई लेना-देना नहीं है। वो सिर्फ आपका वोट चाहते हैं। वोट के लिए वो स्टेज पर डांस भी कर सकते हैं।”
राहुल ने कहा कि नीतीश कुमार रिमोट से चलते हैं और उन्हें दिल्ली से कंट्रोल किया जाता है।
> “नीतीश खुद कोई फैसला नहीं लेते, सब मोदी-अमित शाह के इशारे पर होता है,” उन्होंने कहा।
राहुल गांधी की स्पीच की 5 बड़ी बातें
1. छठ पूजा पर मोदी का ड्रामा
> “मोदी जी छठ पूजा का इस्तेमाल वोट के लिए करते हैं, वो असल श्रद्धा नहीं दिखाते।”
2. नीतीश कुमार बीजेपी के रिमोट पर
> “बिहार के सीएम अपने फैसले खुद नहीं लेते, दिल्ली से कंट्रोल किए जाते हैं।”
3. ‘Made in Bihar’ की बात
> “हम चाहते हैं कि फोन पर ‘Made in China’ नहीं, ‘Made in Bihar’ लिखा हो। चीन के लोग भी ‘Made in Bihar’ चीजें खरीदें।”
4. अडाणी को ₹1 में जमीन देने का आरोप
> “भागलपुर में अडाणी को ₹1 में जमीन दी गई। किसानों की जमीनें छीनी जा रही हैं।”
5. ‘वोट चोरी नहीं होती तो हमारी सरकार होती’
> “महाराष्ट्र-हरियाणा की तरह यहां भी वोट चोरी की साजिश है। अगर वोट चोरी नहीं होती तो हमारी सरकार होती।”
चीन से लेकर बिहार तक, रोजगार और शिक्षा पर राहुल का फोकस
राहुल ने कहा कि बिहार के युवा विदेशों और दूसरे राज्यों में मजदूरी करने को मजबूर हैं, जबकि बिहार में ही रोजगार सृजन हो सकता है।
> “जब आप दुबई और बेंगलुरु बना सकते हैं तो बिहार क्यों नहीं?”
उन्होंने पेपर लीक और शिक्षा व्यवस्था की बदहाली को भी सरकार की विफलता बताया।
बिहार में सियासी तापमान चरम पर
बिहार में मोदी और राहुल गांधी के बीच आरोप-प्रत्यारोप की इस जंग ने चुनावी माहौल को और गर्म कर दिया है।
एक तरफ मोदी विकास और संस्कृति की बात कर रहे हैं, तो दूसरी ओर राहुल गांधी बेरोज़गारी, भ्रष्टाचार और किसान मुद्दों को चुनाव का केंद्र बना रहे हैं।











