KhabarMantra: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय महाधिवेशन से पूर्व रांची के निवारणपुर स्थित ऐतिहासिक श्री राम जानकी तपोवन मंदिर के नवनिर्माण के लिए भूमि पूजन कर आधारशिला रखी। धार्मिक रीति-रिवाजों के साथ विधिपूर्वक आयोजन सम्पन्न हुआ। इस शुभ अवसर पर मुख्यमंत्री ने राजधानीवासियों को शुभकामनाएं दीं और मंदिर को आस्था का केंद्र बताते हुए इसके गौरवशाली भविष्य की कामना की।
₹100 करोड़ की लागत से बनेगा भव्य मंदिर
तपोवन मंदिर का पुनर्निर्माण कार्य करीब ₹100 करोड़ की लागत से किया जाएगा। तीन वर्षों में तैयार होने वाला यह मंदिर अत्याधुनिक वास्तुकला और पारंपरिक सौंदर्य का मेल होगा। लगभग 14,000 वर्गफुट क्षेत्रफल में बन रहे इस मंदिर का गुंबद 100 फीट ऊँचा होगा और इसका निर्माण गोलाकार शैली में किया जाएगा। मंदिर निर्माण के लिए राजस्थान के मकराना से उच्च गुणवत्ता वाला सफेद संगमरमर मंगवाया जा रहा है।
400 वर्षों का इतिहास, आस्था का केंद्र
श्री राम जानकी तपोवन मंदिर लगभग 400 साल पुराना है और भगवान राम के प्रति लोगों की अटूट आस्था का प्रतीक माना जाता है। हर वर्ष रामनवमी के अवसर पर यहां हजारों श्रद्धालु उमड़ते हैं और मंदिर प्रांगण में भव्य मेला लगता है। यहां प्रमुख अखाड़ों का झंडा भी आता है, जो इसकी धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता को दर्शाता है।
वर्तमान में मंदिर का स्वरूप
वर्तमान में यह ऐतिहासिक मंदिर 45 फीट लंबा और 45 फीट चौड़ा है। सरकार और श्रद्धालुओं के संयुक्त प्रयास से अब इसका कायाकल्प किया जा रहा है, जिससे यह न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र बनेगा बल्कि रांची की एक नई पहचान भी बनेगा।
यह पुनर्निर्माण कार्य न सिर्फ धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने की दिशा में भी एक बड़ा कदम है।







