KhabarMantra: मधुबन थाना क्षेत्र के सेनीडीह और बरोरा थाना क्षेत्र के खास टुंडो में अवैध भूमिगत कोयला खनन पर रोक लगाने में बीसीसीएल, सीआईएसएफ और स्थानीय पुलिस की नाकामी या अनदेखी सामने आ रही है। सुरेंद्र मार्केट से कुछ ही दूरी पर सेनीडीह-टुंडो मार्ग के किनारे और खास टुंडो में लगातार अवैध खनन कार्य हो रहे हैं, बावजूद इसके अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
चिंताजनक बात यह है कि इन खनन स्थलों से महज 100 मीटर की दूरी पर सैकड़ों मकान बसे हुए हैं, जो खनन सुरक्षा नियमों के स्पष्ट उल्लंघन का संकेत देते हैं। इस इलाके में भूमिगत कंपन ध्वस्ति (subsidence) और जान-माल की बड़ी दुर्घटना की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है।
महेशपुर कोलियरी के पास की बंद पड़ी खदान, जो अब पानी से लबालब भरी है, और टुंडो कालोनी से महज 250 मीटर दूर जोगीडीह कोलियरी क्षेत्र के अंतर्गत खास टुंडो बस्ती में अवैध खनन दिन-रात बदस्तूर जारी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां मजदूर गिरीडीह और आसनसोल इलाकों से लाकर लगाए गए हैं।
उपायुक्त के सख्त निर्देश भी बेअसर
हाल ही में हुई जिला मासिक बैठक में उपायुक्त ने अवैध खनन पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। खनन विभाग और बीसीसीएल अधिकारियों ने बैठक में अपनी कार्रवाई और उपलब्धियों का बखान तो किया, लेकिन जमीनी हकीकत इससे अलग ही कहानी बयां कर रही है।
अवैध खनन में अलग-अलग धुरंधरों की मिलीभगत
सूत्रों के अनुसार, अवैध खनन के इस कारोबार में अलग-अलग व्यक्तियों को विभिन्न भूमिकाएं सौंपी गई हैं — कोई खुदाई करवा रहा है, कोई ट्रकों में लोडिंग और लिफ्टिंग का जिम्मा संभाले हुए है, तो कोई वजन करवा कर ‘पेपर’ (डॉक्यूमेंट) तैयार कर रहा है। बताया जा रहा है कि इन कारोबारियों के निरोधी एजेंसियों से गहरे संबंध हैं।
स्थानीय निवासियों के अनुसार, धनबाद से कारोबारी गाड़ियों से यहां नियमित रूप से आते-जाते देखे जाते हैं, जो इस अवैध धंधे की गहराई और संगठित नेटवर्क का संकेत देता है।







