रांची: झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने आज अचानक जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित सेंट्रल किचन का दौरा किया. उन्होंने वहां मिड डे मील के तहत तैयार किए जा रहे भोजन की गुणवत्ता और प्रक्रिया का निरीक्षण किया. दरअसल चाईबासा में मिड डे मील खाने से दर्जन से अधिक बच्चे बीमार पड़ गए थे.
मिड डे मील की व्यवस्था को और मजबूत करेगी सरकार
मंत्री ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राज्य सरकार अब मिड डे मील की व्यवस्था को और मजबूत करने जा रही है. उन्होंने घोषणा की कि जल्द ही हर 100 स्कूलों के लिए एक सेंट्रल किचन की स्थापना की जाएगी, ताकि बच्चों को पौष्टिक और सुरक्षित भोजन मिल सके.
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रसोइयों की नौकरी रहेगी सुरक्षित
शिक्षा मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि जिन स्कूलों में अभी तक मिड डे मील का भोजन स्थानीय स्तर पर तैयार होता है, वहां के रसोइयों की नौकरी सुरक्षित रहेगी. उन्हें नियमित वेतन दिया जाएगा और उनका कार्य सेंट्रल किचन से भोजन प्राप्त कर बच्चों को परोसने का होगा. राज्य सरकार अब सेंट्रल किचन से संबंधित नियमों में भी बदलाव करने की दिशा में कदम उठा रही है, ताकि राज्य में कोई भी बच्चा कुपोषण का शिकार न हो और सभी विद्यार्थियों को संतुलित आहार मिल सके
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