Jharkhand News: रांची में इस साल रथयात्रा मेले के दौरान पर्यावरण सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है. उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने गुरुवार को मेला तैयारियों को लेकर आयोजित बैठक में प्लास्टिक, थर्मोकोल और अन्य गैर-बायोडिग्रेडेबल सामग्रियों के इस्तेमाल पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का सख्त निर्देश जारी किया.
प्लास्टिक इस्तेमाल किया तो होगी कार्रवाई!
मेले में किसी भी प्रकार की प्लास्टिक थैलियां, डिस्पोजेबल ग्लास, प्लेट्स और चम्मच के प्रयोग पर रोक रहेगी. उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना और दुकान बंद करने जैसी कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए विशेष निगरानी दल का गठन भी किया जा रहा है. उपायुक्त ने दुकानदारों को निर्देश दिया है कि वे दोना, पत्तल, बांस और मिट्टी से बने बर्तनों का इस्तेमाल करें. साथ ही, श्रद्धालुओं से कपड़े की थैली साथ लाने और प्लास्टिक से परहेज करने की अपील की गई है.
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सुरक्षा व्यवस्था भी चाक-चौबंद
रथयात्रा मेला में झूले चलाने वाले संचालकों को सुरक्षा प्रमाणपत्र दिखाना होगा, ताकि किसी भी दुर्घटना से बचा जा सके.
मेला की तैयारी को लेकर दिए गए प्रमुख निर्देश:
- हर प्रवेश द्वार पर वॉच टावर और माइक-लाइट की व्यवस्था
- डीप बोरिंग से पेयजल की सुविधा, जेनरेटर की व्यवस्था
- रथयात्रा मार्ग पर मिट्टी और स्टोन डस्ट बिछाया जाएगा
- बायो टॉयलेट की सुविधा, साफ-सफाई का विशेष ध्यान
- मांस-मछली और शराब की बिक्री पर सख्त रोक
- प्रेस व प्रशासनिक शिविर की व्यवस्था
- सीसीटीवी कैमरे और पुलिस बलों की तैनाती
- अग्निशमन वाहन और एम्बुलेंस की उपलब्धता
- असामाजिक तत्वों पर विशेष निगरानी
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रथयात्रा के दौरान व्यवस्था सुचारू रखने के लिए यातायात मार्गों में बदलाव किया जाएगा और भारी वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा.










