National News: भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने सिंगापुर में शांगरी-ला डायलॉग कार्यक्रम के दौरान पाकिस्तान के दावों पर सटीक और सख्त जवाब दिया. संंघर्ष के दौरान पाकिस्तान की ओर से किए गए 6 भारतीय फाइटर जेट मार गिराए दावे पर उन्होनें कहा कि “यह दावा बिल्कुल गलत है. गिनती मायने नहीं रखती, बल्कि यह मायने रखता है कि हमने क्या सीखा और कैसे सुधार किया.”
CDS चौहान ने कहा कि भारत ने अपनी गलतियों से तुरंत सबक लिया और दो दिन के भीतर दुश्मन के ठिकानों को दूर से सटीकता के साथ निशाना बनाया. उन्होंने यह भी बताया कि इस संघर्ष में कभी भी परमाणु हथियारों के उपयोग का खतरा नहीं था, जो राहत की बात है.
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ऑपरेशन सिंदूर: भारत की रणनीतिक जीत
12 मई को एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती से पूछे गए सवाल में भी यही मुद्दा उठा कि क्या ऑपरेशन सिंदूर के दौरान कोई राफेल पाक में क्रैश हुआ था? दरअसल, 7 मई को भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था. इसके बाद पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई में 5 से 6 भारतीय विमानों को गिराने का दावा किया – जिनमें 3 राफेल भी शामिल बताए गए. भारत ने इन दावों को सिरे से खारिज कर दिया.
CDS चौहान ने कहा – पाकिस्तान के साथ ‘बेहतर रिश्तों’ का दौर खत्म
शांगरी-ला डायलॉग के मंच से जनरल चौहान ने पाकिस्तान से संबंधों को लेकर भी बड़ी बात कही. उन्होंने कहा – “अब भारत बिना रणनीति कोई कदम नहीं उठाता. पाकिस्तान के साथ कूटनीतिक मेलजोल का वक्त खत्म हो चुका है.”
उन्होंने याद दिलाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पहले कार्यकाल में पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को शपथ समारोह में बुलाया था. लेकिन जब बदले में दुश्मनी ही मिले, तो दूरी बनाए रखना ही समझदारी है.
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CDS के संबोधन की 4 बड़ी बातें– भारत की नई सैन्य सोच:
- युद्ध के नए मैदान – अब लड़ाइयां सिर्फ जमीन, हवा या समुद्र में नहीं, बल्कि साइबर और अंतरिक्ष जैसे नए मोर्चों पर भी लड़ी जा रही हैं.
- स्वदेशी तकनीक का कमाल – ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने विदेशी सैटेलाइट्स पर नहीं, अपनी तकनीक और नेटवर्क सिस्टम पर भरोसा किया.
- फर्जी खबरों से बड़ी चुनौती – युद्ध के दौरान अफवाहें भी एक बड़ा हथियार बन चुकी हैं. भारत ने तथ्यात्मक और शांत प्रतिक्रिया की नीति अपनाई.
- महिला अफसरों की अगुवाई – शुरुआती ऑपरेशन के वक्त दो महिला अफसरों ने मीडिया से बातचीत की, क्योंकि वरिष्ठ अधिकारी ऑपरेशन में व्यस्त थे.
जनरल चौहान ने अंत में यह भी कहा कि आज भारत, पाकिस्तान से हर मोर्चे पर आगे है – चाहे वो सामाजिक विकास हो, GDP हो या टेक्नोलॉजी. यह बदलाव किसी संयोग से नहीं, बल्कि स्पष्ट रणनीति और आत्मनिर्भर सोच का परिणाम है.











