Jharkhand News: झारखंड ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड में कर्मचारियों की समस्याएं और हालिया गड़बड़ियों को लेकर झारखंड ऊर्जा विकास श्रमिक संघ ने सख्त रुख अपनाया है. संघ के अध्यक्ष अजय राय ने निगम के महाप्रबंधक (एच.आर.) सुनील दत्त खाखा से मुलाकात कर कई गंभीर मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की.
बैठक का मुख्य उद्देश्य निगम और संगठन के बीच संवाद को मजबूत करना और फील्ड में कार्यरत अनस्किल्ड वर्करों की जमीनी समस्याओं को उजागर करना रहा.
बिना टेंडर 40 गाड़ियों की आपूर्ति पर सवाल
बैठक के दौरान सबसे बड़ा मुद्दा रहा- बिना किसी वैध टेंडर प्रक्रिया के 40 गाड़ियों की आपूर्ति. अजय राय ने इसे एक गंभीर वित्तीय अनियमितता बताते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की. उन्होंने कहा, “इस तरह की प्रक्रियाएं पारदर्शिता और जवाबदेही को ठेस पहुंचाती हैं और सरकारी धन के दुरुपयोग की आशंका को बढ़ाती हैं.”
ड्राइवरों को नहीं मिला 4 माह से वेतन
इन गाड़ियों के साथ काम कर रहे ड्राइवरों को पिछले चार महीनों से वेतन नहीं मिला है. अजय राय ने इसे न केवल श्रमिक अधिकारों का उल्लंघन बताया, बल्कि यह भी कहा कि इससे सैकड़ों परिवार आर्थिक संकट में आ गए हैं. उन्होंने वेतन भुगतान की मांग को लेकर निगम से तत्काल कार्रवाई की अपेक्षा जताई.
अनस्किल्ड वर्करों की हालत गंभीर
बैठक में अनस्किल्ड फील्ड वर्करों की हालत पर भी गंभीर विमर्श हुआ. राय ने कहा कि ये कर्मचारी बिना किसी सुरक्षा उपकरण के जोखिम भरे माहौल में काम कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने समान कार्य के लिए समान वेतन की मांग को दोहराते हुए कहा कि अलग-अलग वेतनमान से कार्यस्थल पर असंतोष बढ़ता है.
भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता की मांग
संघ ने आगामी भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने की मांग की है. अध्यक्ष ने सुझाव दिया कि पहले से कार्यरत कर्मचारियों को प्राथमिकता दी जाए ताकि उनके अनुभव और सेवा को उचित सम्मान मिल सके.
GM ने दिया आश्वासन
निगम के जीएम (एच.आर) सुनील दत्त खाखा ने अजय राय द्वारा उठाए गए सभी मुद्दों को गंभीरता से सुना और उचित मंच पर इन समस्याओं को उठाने और समाधान सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया.
बैठक के दौरान अजय राय के साथ श्रमिक संघ के सदस्य मुकेश साहू भी उपस्थित थे.










