रांची। राजधानी रांची सहित प्रदेश के दूसरे शहरों के सुनियोजित विकास के लिए शहरों का विस्तृत मास्टर बनाकर विकास किया जाए। इसमें शहर के आसपास के इलाकों को भी जोड़ा जाए, इससे भविष्य में शहरी विकास में सहूलियत होगी। नेपाल हाउस स्थित अपने कार्यालय कक्ष में नगर विकास एवं आवास विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार नें ये बात कही।
उन्होंने पेयजलापूर्ति और सेप्टेज की योजनों में हो रही देरी पर चिंता जताते हुए कहा कि इन योजनाओं में आनेवाली समस्या के निपटारा के लिए कार्य स्थल पर हीं ऑन स्पॉट समाधान किया जाए।
मंत्री के निर्देश-
-जलापूर्ति की योजनाओं में हो रही देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अधिकारी ऑन स्पॉट समाधान सुनिश्चित करें।
-प्रधानमंत्री आवास योजना में भूमि की उपलब्धता में आ रही दिक्कतों के निपटारा के मुख्य सचिव स्तर पर स्टेक होल्डर बैठक कराकर समस्याओं का समाधान किया जाएगा।
-रांची स्मार्ट सिटी की तर्ज पर रांची सहित प्रदेश के बड़े शहरों में क्षेत्र आधारित विकास किया जाएगा।इसके लिए सरकारी जमीन उपलब्ध कराया जाएगा।
-निकायों के वित्तीय स्थिति में सुधार को लेकर शहर के हर होल्डिंग का ड्रोन सर्वे कराकर प्रोपर्टी टैक्स लेना सुनिश्चित किया जाएगा।
-रांची में प्रवेश करनेवाले हर मार्ग का चौड़ीकरण और सौन्दर्यीकरण किया जाएगा।
बैठक में विभागीय प्रधान सचिव सुनील कुमार,सूडा के निदेशक अमित कुमार,डीएमए निदेशक सत्येन्द्र कुमार,विभाग में अपर सचिव ज्योत्षना सिंह, विभाग में संयुक्त सचिव दीपक दूबे, रांची नगर निगम के प्रशासक संदीप सिंह सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे।









