Ranchi : राजधानी रांची के संत जोन्स हाई स्कूल मैदान में आयोजित स्वर्गीय कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो स्मारक इंटर भिखारिएट फुटबॉल टूर्नामेंट में मांडर पल्ली की टीम विजेता रही. तीन दिवसीय टूर्नामेंट के फाइनल मैच में मांडर बनाम दिघिया टीम के बीच रोमांचक मुकाबला हुआ.
मैदान पर खिलाड़ियों के बेहतर खेल प्रदर्शन ने सभी दर्शकों को उत्साह से भर दिया. मांडर की टीम 1-0 से इस टूर्नामेंट की ट्रॉफी को अपने नाम करने में सफल रही. टूर्नामेंट में विजेता टीम को बतौर मुख्य अतिथि राज्य की कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने ट्रॉफी प्रदान की. इस मौके पर रांची आर्च बिशप विंसेंट आइंद की विशेष रूप से मौजूदगी रही.
मैच शुरू होने से पहले स्वर्गीय कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. इस मौके पर कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने मांडर टीम को बधाई देते हुए कहा कि ट्रॉफी उनके क्षेत्र जा रही ये खुशी की बात है. उप विजेता टीम भी उनके क्षेत्र से ही है. इस लिए वो जीत की ट्रॉफी के लिए निश्चिंत थी.
कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की का ऐलान, राज्यस्तरीय फुटबॉल टूर्नामेंट का होगा आयोजन
उन्होंने कहा कि जिनकी याद में इस टूर्नामेंट का आयोजन किया गया है स्वर्गीय कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो समाज के लिए मार्गदर्शक और मजबूत स्तंभ रहे है. उनका सिद्धांत, लोगों के प्रति प्रेम, समाज के लिए त्याग को हम हमेशा याद रखेंगे. दूरदर्शी सोच वाले स्वर्गीय कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो किसी विशेष धर्म के लिए नहीं थे, बल्कि उनका का रिश्ता हर एक व्यक्ति से मानवता का रहा.
उन्होंने कहा कि आज जरूरत समाज को कमजोर करने वाली खतरनाक ताकतों के खिलाफ एकजुट हो कर लड़ने की है. आदिवासी-ईसाई समाज इसमें अगुवा की भूमिका में रहा है और आगे भी रहेगा. समाज में ऐसी ताकतों को पहचानना होगा.
मंत्री ने इस मौके पर ऐलान किया कि भविष्य में इस तरह के टूर्नामेंट का राज्यस्तरीय आयोजन किया जाएगा. टूर्नामेंट में मैन ऑफ द सीरीज का खिताब अमित तिर्की, बेस्ट गोलकीपर के रूप में शशि मिंज सहित चौथा स्थान पाने वाले हुलहुंडू पल्ली, तीसरे स्थान पर रहने वाले डोरंडा पल्ली को पुरस्कार दे कर सम्मानित किया गया.
इस मौके पर संगठन सचिव सुनील लकड़ा, उपाध्यक्ष अटल खेस, महिला संघ की नीलम तिग्गा, अगस्तुक तिर्की, एलेक्स तिर्की, सुनील फ्रांसिस सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे.








