Business News: भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) ने शुक्रवार को बड़ा कदम उठाते हुए REPO Rate में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की है। इसके बाद रेपो रेट 5.50% से घटकर 5.25% पर आ गया है। जैसे ही RBI ने इस बदलाव की घोषणा की, रियल एस्टेट सेक्टर में तेजी दौड़ गई और DLF, Oberoi Realty और Prestige जैसी कंपनियों के शेयर 2% तक उछल गए।
REPO Rate में कमी का सीधा फायदा उन लोगों को मिलेगा जो घर खरीदने की योजना बना रहे हैं, खासकर अफोर्डेबल और मिड-इनकम सेगमेंट में। ब्याज दरें कम होने से होम लोन सस्ते होंगे और EMI का बोझ घटेगा, जिससे बाजार में मांग बढ़ने की उम्मीद है।
Read more- झारखंड में कड़ाके की ठंड: उत्तर-पश्चिमी हवाओं से तापमान में तेज गिरावट
रियल एस्टेट इंडस्ट्री ने क्या कहा?
“रियल एस्टेट इकोसिस्टम पर बढ़ेगा भरोसा” – जेपी इंफ्राटेक
जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर जश पंचमिया ने कहा कि महंगाई नियंत्रण में होने और अर्थव्यवस्था स्थिर रहने के बीच यह कदम बेहद फायदेमंद है। उनके अनुसार,
- कम लोन रेट्स से खरीदार तेजी से निर्णय लेंगे
- हाउसिंग डिमांड बढ़ेगी
- मार्केट एक्टिविटी और इन्वेस्टमेंट सेंटिमेंट मज़बूत होंगे
- रियल एस्टेट में लंबी अवधि का भरोसा बढ़ेगा
“खरीदारों का भरोसा बढ़ेगा” – गंगा रियल्टी
गंगा रियल्टी के जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर विकास गर्ग ने इसे रियल एस्टेट के लिए बड़ा पॉजिटिव कदम बताया।
उन्होंने कहा,
- इंटरेस्ट कम होते ही सस्ते लोन उपलब्ध होंगे
- मिड-इनकम और प्रीमियम हाउसिंग दोनों में मांग बढ़ेगी
- पिछले महीनों से इंतज़ार कर रहे खरीदार तेजी से फैसला करेंगे
“यह कदम आर्थिक ग्रोथ को बनाए रखेगा” – सिग्नेचर ग्लोबल
सिग्नेचर ग्लोबल (इंडिया) लिमिटेड के चेयरमैन प्रदीप अग्रवाल ने कहा कि रेपो रेट में कटौती न केवल होम लोन को सस्ता करेगी, बल्कि
- मार्केट सेंटिमेंट को मजबूत करेगी
- इनकम टैक्स राहत और GST रेशनलाइजेशन के साथ अफोर्डेबिलिटी में सुधार होगा
- हाउसिंग डिमांड में निरंतर ग्रोथ देखने को मिलेगी
उन्होंने कहा कि इससे रियल एस्टेट लंबे समय तक एक मजबूत निवेश विकल्प बना रहेगा
Read more- Indigo का ऑपरेशन क्रैश! 200+ फ्लाइट्स कैंसिल, यात्रियों की रात एयरपोर्ट पर कटी
“अगली तिमाही में 15–20% मांग बढ़ सकती है” – निम्बस रियल्टी
निम्बस रियल्टी के CEO साहिल अग्रवाल ने कहा कि ब्याज दरों में राहत का इंतज़ार लंबे समय से था। उनके अनुसार—
- यह कदम बिल्डर्स और खरीदार दोनों के लिए अहम है
- नए लॉन्च और अंडर-कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट्स में रुचि बढ़ेगी
- NCR में हाउसिंग गतिविधियों में तेज़ी साफ दिखाई देगी
- अगली तिमाही में मांग 15–20% तक बढ़ सकती है











