Shubhanshu shukla update: भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से सफलतापूर्वक पृथ्वी पर लौटकर एक नया इतिहास रच दिया है. मंगलवार, 15 जुलाई को भारतीय समयानुसार दोपहर 3:01 बजे, स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल ‘Grace’ ने प्रशांत महासागर में सुरक्षित स्प्लैशडाउन किया.
यह मिशन Axiom-4 का हिस्सा था, जिसमें शुभांशु के साथ अमेरिका की पैगी व्हिटसन, पोलैंड के स्लावोस्ज़ उज़नांस्की और हंगरी के टिबोर कापू शामिल थे. चारों अंतरिक्ष यात्री 18 दिनों तक अंतरिक्ष में रहे और 60 से अधिक वैज्ञानिक प्रयोगों को अंजाम दिया. इनमें माइक्रोग्रैविटी में पौधों की वृद्धि, माइक्रोएल्गी की संरचना, और मानव शरीर पर अंतरिक्ष के प्रभाव जैसे महत्वपूर्ण अध्ययन शामिल थे.
प्रधानमंत्री ने व्यक्त की ख़ुशी
शुभांशु की वापसी पर पूरे देश में जश्न का माहौल रहा. उनके माता-पिता भावुक होकर इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बने. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा:
“मैं पूरे देश के साथ ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का स्वागत करता हूं, जो अपने ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन से पृथ्वी पर लौट आए हैं. उन्होंने अपने समर्पण, साहस और अग्रणी भावना से करोड़ों सपनों को प्रेरित किया है. यह गगनयान की दिशा में एक और मील का पत्थर है.”
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पहले यात्री ISS का दौरा करने वाले
स्प्लैशडाउन के बाद सभी अंतरिक्ष यात्रियों को मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया और हेलीकॉप्टर द्वारा तट पर पहुंचाया गया. शुभांशु शुक्ला भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री बने जिन्होंने ISS का दौरा किया, और राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय बने.
उनकी यह यात्रा न केवल वैज्ञानिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण रही, बल्कि भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम ‘गगनयान’ के लिए एक प्रेरणास्रोत भी बनी. ISRO ने इस मिशन को भारत के मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम की दिशा में एक निर्णायक कदम बताया है.












