मैथन, धनबाद: माड़मा आमडंगाल बस्ती के ग्रामीणों ने बुनियादी सुविधाओं की मांग को लेकर गुरुवार को बड़ा कदम उठाया। माड़मा पंचायत समिति सदस्य जावेद अंसारी और भाकपा-माले नेता जगदीश शर्मा के नेतृत्व में ग्रामीणों ने ईसीएल श्यामपुर बी कोलियरी की ट्रांसपोर्टिंग को करीब दो घंटे तक बाधित किया।
ग्रामीणों की प्रमुख मांग थी कि शासनबेड़िया पंचायत रोड पर स्थित जलजमाव वाले क्षेत्र में पुलिया का निर्माण जल्द शुरू किया जाए। प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों का कहना था कि सड़क पर लगातार पानी बहने से वहां से गुजरने वाले दर्जनों गांवों के लोग, खासकर बाइक सवार, दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं।
इस आंदोलन के दौरान कोलियरी प्रबंधन की ओर से सिविल ओवरमैन निसार अहमद पहुंचे और अभिकर्ता से दूरभाष पर हुई बातचीत के आधार पर आश्वासन दिया कि एक सप्ताह के भीतर पुलिया निर्माण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इसके बाद ग्रामीणों ने ट्रांसपोर्टिंग बहाल कर दी।
ग्रामीणों की अन्य प्रमुख मांगें:
- शासनबेड़िया रोड पर स्ट्रीट लाइट लगाई जाए।
- ट्रांसपोर्टिंग के कारण उड़ने वाली धूल को नियंत्रित करने के लिए नियमित रूप से पानी का छिड़काव किया जाए।
- ट्रांसपोर्टिंग में लगे हाईवा ट्रकों में खलासी की अनिवार्य व्यवस्था की जाए।
- कोयले से भरे वाहनों को तिरपाल से ढंका जाए, ताकि दुर्घटनाएं कम हों और प्रदूषण से राहत मिले।
चांदलाल सोरेन, झंटू बाउरी, जितेन बाउरी, धनंजय बाउरी, नीलकंठ बाउरी, शिवलाल हेंब्रम, रविशंकर और विमल दास सहित कई ग्रामीणों ने बताया कि वे बार-बार अपनी समस्याएं कोलियरी प्रबंधन के सामने रख चुके हैं, लेकिन अब तक सिर्फ आश्वासन ही मिला है।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह के भीतर काम शुरू नहीं होता और अन्य मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं होती, तो वे पुनः बड़ा आंदोलन करेंगे।
यह आंदोलन स्थानीय लोगों की नाराजगी और बुनियादी सुविधाओं के लिए उनकी लड़ाई को दर्शाता है। अब देखना यह है कि ईसीएल प्रबंधन अपने वादे पर कितना खरा उतरता है।






