Lifestyle news:गर्मी बढ़ते ही फिटनेस और वेट लॉस से जुड़ी कई ट्रेंड्स चर्चा में आती हैं. इन दिनों “बुलेटप्रूफ कॉफ़ी” यानी घी कॉफ़ी का चलन तेजी से बढ़ रहा है, खासकर कीटो या लो-कार्ब डाइट फॉलो करने वालों के बीच.
क्या है घी कॉफ़ी और इसके संभावित लाभ?
डायटीशियन कनिका मल्होत्रा बताती हैं कि घी में मौजूद कंजुगेटेड लिनोलिक एसिड (CLA) फैट कम करने और वजन नियंत्रित रखने में सहायक है. साथ ही ब्यूटरेट नाम का फैटी एसिड पाचन को बेहतर करने और आंतों की सेहत सुधारने में मदद करता है.
कॉफ़ी में मौजूद कैफीन त्वरित ऊर्जा देता है और घी की हेल्दी फैट्स शरीर को लंबे समय तक ऊर्जा प्रदान करती हैं. दोनों साथ मिलकर फोकस बढ़ाने और मेटाबॉलिज्म को तेज करने में योगदान देते हैं.
तीन महीने तक रोज़ पीने पर संभावित फायदे:
– एनर्जी लेवल में निरंतर सुधार
– एकाग्रता और मानसिक स्पष्टता में वृद्धि
– मेटाबॉलिज्म को गति मिलने से वजन प्रबंधन में सहायता
संभावित नुकसान और सावधानियां
मल्होत्रा चेतावनी देती हैं कि घी कैलोरी से भरपूर होता है. यदि अधिक मात्रा में लिया जाए तो ये वजन बढ़ने का कारण बन सकता है. ज्यादा सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ सकता है जिससे दिल की बीमारियों, टाइप 2 डायबिटीज और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है.
किन लोगों को इससे बचना चाहिए?
– जिनका कोलेस्ट्रॉल लेवल उच्च है
– जिन्हें पाचन से संबंधित समस्याएं हैं
– जो वजन नियंत्रित रखने की कोशिश कर रहे हैं
– विशेष चिकित्सीय स्थितियों वाले लोग
घी कॉफ़ी कुछ लोगों के लिए फायदेमंद हो सकती है लेकिन ये कोई जादुई उपाय नहीं है. हाई क्वालिटी घी का चयन करें और अपनी सेहत को समझते हुए मात्रा निर्धारित करें. फिटनेस और सेहत के लिए संतुलित भोजन और नियमित व्यायाम ज़रूरी हैं.
DISCLAIMER: यह लेख सार्वजनिक डोमेन और/या हमारे द्वारा बात किए गए विशेषज्ञों से प्राप्त जानकारी पर आधारित है. कोई भी दिनचर्या शुरू करने से पहले हमेशा अपने स्वास्थ्य चिकित्सक से सलाह लें












