National News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों मालदीव के दौरे पर हैं. वे वहां मालदीव की आज़ादी के 60 साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बने है. इस मौके पर भारत और मालदीव के बीच 8 अहम समझौते हुए. ये समझौते व्यापार, मछली पालन, डिजिटल भुगतान (UPI), स्वास्थ्य और रक्षा से जुड़े हैं.
भारत-मालदीव के रिश्ते
पीएम मोदी ने कहा कि भारत हमेशा मालदीव का अच्छा दोस्त रहा है. चाहे कोई आपदा हो या महामारी, हमने हमेशा मदद की है. उन्होंने ये भी कहा कि भारत की “पड़ोसी पहले” नीति में मालदीव की खास जगह है.
read more- हंगामे की भेंट चढ़ा बिहार विधानसभा का मानसून सत्र, विपक्ष के विरोध के बीच केवल 19 मिनट चली कार्यवाही
बीते साल रिश्तों में आई थी दूरियां
2023 में मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने “इंडिया आउट” नारा देकर चुनाव जीता था. इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था.
2024 की शुरुआत में, मालदीव के कुछ मंत्रियों ने पीएम मोदी की लक्षद्वीप यात्रा को लेकर आपत्तिजनक बयान दिए. इसके बाद भारत में “बायकॉट मालदीव” का कैंपेन चला.
बाद में मुइज्जू ने भारतीय सैनिकों को मालदीव से हटाने की बात कही. भारत ने सैनिकों को हटाकर तकनीकी स्टाफ भेजा, ताकि कामकाज चलता रहे.
भारत की मदद से सुधरे हालात
अक्टूबर 2024 में भारत ने मालदीव को 750 मिलियन डॉलर की आर्थिक मदद दी. मई 2025 में भारत ने फिर 50 मिलियन डॉलर का कर्ज बढ़ाया. इससे मालदीव की अर्थव्यवस्था को राहत मिली और दोनों देशों के रिश्ते फिर से बेहतर होने लगे.
read more- पहली बार में IVF से प्रेग्नेंसी? जानिए सच्चाई, प्रोसेस और खर्चा!
जलवायु संकट से जूझ रहा है मालदीव
वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर धरती का तापमान ऐसे ही बढ़ता रहा, तो 2050 तक मालदीव का 80% हिस्सा डूब सकता है. 2100 तक पूरा देश समुद्र में समा सकता है. समुद्र का बढ़ता जलस्तर, पीने के पानी की कमी और तटीय कटाव मालदीव के लिए बड़ा खतरा बन चुके हैं.












