Jharkhand News: रांची में भाजपा प्रदेश कार्यालय में आज एक महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने पूर्व डीजीपी अनुराग गुप्ता और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बीच कथित साठगांठ के गंभीर आरोप लगाए। मरांडी ने कहा कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड में अवैध नियुक्ति, लैंड स्कैम और खनन घोटाले चरम पर हैं, जिनमें पूर्व डीजीपी अनुराग गुप्ता की भूमिका संदिग्ध रही है।
भाजपा ने आरोप लगाया कि यूपीएससी के आदेशों की अनदेखी कर हेमंत सरकार ने अनुराग गुप्ता को रिटायरमेंट के बाद भी पद पर बनाए रखा। वे एक साथ सीआईडी और एसीबी दोनों का प्रभार संभाले हुए थे और इन्हीं विभागों के जरिए अवैध वसूली का नेटवर्क चलाया जा रहा था।
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अनुराग गुप्ता को मिलता था मुनाफे का 40% हिस्सा
मरांडी ने दावा किया कि कोयला, बालू और अन्य खनिजों के अवैध कारोबार में गुप्ता और साहिबगंज जेल में बंद सुजीत सिन्हा की मिलीभगत थी। भाजपा के अनुसार, इस नेटवर्क से होने वाले मुनाफे का 40% हिस्सा अनुराग गुप्ता को मिलता था। मरांडी ने यह भी कहा कि अमन साहू का एनकाउंटर भी इसी नेटवर्क से जुड़ा था, ताकि अवैध कारोबार में कोई बाधा न आए।
भाजपा ने आगे कहा कि सुजीत सिन्हा और उनके सहयोगी प्रिंस खान द्वारा झारखंड में कारोबारियों को धमकाने और हथियार तस्करी जैसे गंभीर अपराध किए जा रहे थे। इस नेटवर्क को पुलिस और प्रशासनिक संरक्षण प्राप्त था। पार्टी ने आरोप लगाया कि इन सभी मामलों की निगरानी स्वयं डीजीपी अनुराग गुप्ता कर रहे थे।
“यह सिर्फ भ्रष्टाचार का मामला नहीं….”
मरांडी ने प्रेस वार्ता में कहा, यह सिर्फ भ्रष्टाचार का मामला नहीं, बल्कि राज्य की आंतरिक सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा है। इसलिए हम इसकी जांच NIA से कराने की मांग करते हैं, ताकि अनुराग गुप्ता, सुजीत सिन्हा और अमन साहू एनकाउंटर के बीच संबंधों का पूरा सच सामने आ सके।
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भाजपा ने यह भी सवाल उठाया कि सुजीत सिन्हा की पत्नी रिया सिन्हा और अनुराग गुप्ता के बीच हुई कथित बातचीत को सरकार ने क्यों दबाइ है। पार्टी ने आरोप लगाया कि हेमंत सरकार ने एक वर्दी वाले गुंडे को संरक्षण देकर पूरे राज्य में अवैध वसूली और आतंक का नेटवर्क तैयार कर रहे थे लेकिन जब वो पैसा हेमंत सोरेन तक नहीं पहुंचा तो डीजीपी के पद से अनुराग गुप्ता को हटा दिया गया। फिलहाल बीजेपी के द्वारा जिस प्रकार यह आरोप लगाए गए है आने वाले दिन में यह कौन सा नया रूप ले कर आता है।







