Bihar News: बिहार प्रशासनिक सेवा (BAS) की 2011 बैच की अधिकारी श्वेता मिश्रा के खिलाफ विशेष निगरानी इकाई (SVU) ने आज यानी 6 जून को बड़ी कार्रवाई की. पटना, कटिहार और उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक साथ की गई छापेमारी में श्वेता मिश्रा के पास से करोड़ों की अवैध संपत्ति का खुलासा हुआ. इसमें नकद राशि, सोने-चांदी के जेवरात, बैंक में निवेश, भूमि दस्तावेज, और आलीशान मकानों के दस्तावेज शामिल हैं.
SVU की यह कार्रवाई श्वेता मिश्रा के खिलाफ दर्ज भ्रष्टाचार के पुराने आरोपों की जांच का हिस्सा है. उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (IPC) की धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसमें उन पर 80 लाख रुपये से अधिक की अवैध संपत्ति अर्जित करने का आरोप है.
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छापेमारी में क्या-क्या मिला?
SVU की टीमों ने विभिन्न स्थानों पर दबिश देकर जो संपत्ति बरामद की, उसमें शामिल हैं:
- 51 लाख रुपये नकद
- करीब 16 लाख रुपये के जेवरात
- 20 लाख रुपये से ज्यादा की बैंक एफडी और निवेश
- कई शहरों में खरीदी गई ज़मीनों के दस्तावेज
इसके अलावा, श्वेता मिश्रा की प्रयागराज स्थित एक आलीशान कोठी का खुलासा हुआ, जिसमें आंतरिक सजावट पर करीब 30-35 लाख रुपये खर्च किए गए हैं.
पटना के शेखपुरा स्थित एजी कॉलोनी के आराध्या मेंशन में उनका एक फ्लैट भी मिला, जो पूरी तरह से उनके नाम पर है. इसके अलावा, गाजियाबाद के नूरसराय में एक और फ्लैट और राजनगर एक्सटेंशन स्थित गौरस हाई स्ट्रीट मार्केट में जी-14 नंबर की एक शॉपिंग स्पेस भी उनके नाम पर पाई गई.
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कटिहार से प्रयागराज तक फैला संपत्तियों का नेटवर्क
SVU ने चार टीमों के साथ एक साथ कई स्थानों पर दबिश दी:
- कटिहार के मनिहारी स्थित लोक शिकायत निवारण कार्यालय
- पटना के एजी कॉलोनी में फ्लैट
- प्रयागराज में संगम वाटिका स्थित आवास
ज़मीनों की भी होगी जांच
छापेमारी में श्वेता मिश्रा के पास से कई शहरों में खरीदी गई ज़मीनों के दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं. इन संपत्तियों की बाजार कीमत और रजिस्ट्री मूल्य की जांच SVU द्वारा की जा रही है. संभावना है कि इन संपत्तियों की कुल कीमत करोड़ों रुपये में हो.
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84 प्रतिशत अवैध संपत्ति का आरोप
SVU के अनुसार, प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि श्वेता मिश्रा ने अपनी सेवा अवधि के दौरान 84.34% संपत्ति अपने ज्ञात स्रोतों से अधिक अर्जित की है. छापेमारी के बाद सामने आई संपत्तियों की कुल कीमत 80 लाख रुपये से कहीं अधिक मानी जा रही है.
पहले भी विवादों में रही हैं श्वेता मिश्रा
श्वेता मिश्रा पहले भी भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरी रही हैं. रोहतास, भोजपुर, पटना और डेहरी जैसे जिलों में विभिन्न पदों पर रहते हुए उनके खिलाफ कई शिकायतें दर्ज हुईं थीं. भोजपुर के आरा में भूमि सुधार उपसमाहर्ता (DCLR) के रूप में तैनाती के दौरान भी उनके खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायतें आई थीं. महिला आयोग में भी उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी.
SVU की आगे की कार्रवाई
SVU अब इन संपत्तियों के वैध और अवैध स्रोतों की गहन जांच कर रही है. यदि जांच में आरोप सही पाए गए, तो श्वेता मिश्रा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा सकती है. यह कार्रवाई एक बार फिर यह साबित करती है कि बिहार सरकार भ्रष्टाचार के मामलों में कोई भी नरमी नहीं बरतेगी.












