सिंदरी, धनबाद : अदानी एसीसी सीमेंट कारखाना में 22 बर्खास्त कर्मचारियों की पुनर्नियोजन की माँग को लेकर शुरू हुआ चक्का जाम आंदोलन आखिरकार नियोजन पुनर्विचार के आश्वासन पर समाप्त हो गया। यूनाइटेड कोल वर्कर्स यूनियन और सांसद ढुलू महतो के नेतृत्व में चलाए गए इस आंदोलन ने गुरुवार सुबह जोर पकड़ लिया, जब कारखाने के सभी प्रमुख रास्तों को बंद कर दिया गया और सड़क व रेलवे डिस्पैच बाधित हो गया।
यह आंदोलन नवंबर 2020 में बर्खास्त किए गए 20 अस्थायी और 2 स्थायी कर्मचारियों की बहाली को लेकर शुरू किया गया था। सांसद ढुलू महतो ने कारखाना प्रबंधन को 23 अप्रैल तक पुनर्नियोजन का अल्टीमेटम दिया था, लेकिन समय सीमा तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया। परिणामस्वरूप 24 अप्रैल से चक्का जाम आंदोलन शुरू हुआ।
प्रशासन की मध्यस्थता में देर रात प्लांट परिसर में हुई वार्ता में एसीसी प्रबंधन ने ढाई महीने के भीतर नियोजन पर पुनर्विचार करने का आश्वासन दिया। इसके साथ ही बर्खास्त कर्मियों को संयंत्र संचालन में सहयोग करने की भी सहमति बनी।
यूनियन नेता रजनीकांत महतो ने जानकारी दी कि रात में ही सांसद ढुलू महतो को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया गया, जिनके निर्देश पर सभी बर्खास्त कर्मियों ने सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए।
वार्ता और आंदोलन समाप्ति के दौरान मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों में धनबाद अनुमंडल पदाधिकारी राजेश कुमार, झरिया अंचलाधिकारी मनोज कुमार, बलियापुर अंचलाधिकारी प्रवीण कुमार सिंह, सिंदरी एसडीपीओ आशुतोष कुमार सत्यम, और सिंदरी थाना प्रभारी संजय कुमार शामिल रहे। वहीं, स्थानीय राजनीतिक नेताओं व ग्रामीणों ने भी इस आंदोलन में भागीदारी निभाई।
इस घटनाक्रम के बाद यह संभावना प्रबल हो गई है कि बर्खास्त सभी 22 कर्मचारी निकट भविष्य में अदानी एसीसी सीमेंट कारखाना में पुनर्नियोजित हो सकते हैं।






