नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर देश में सियासत तेज़ हो गई है. कांग्रेस लगातार देश के तमाम ईडी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन कर रही है. आज राजधानी रांची में भी कांग्रेस के कई बड़े नेताओं और विधायकों ने ईडी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया. वहीं, इस मामले को लेकर भाजपा ने प्रेस वार्ता कर कांग्रेस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
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भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने चार्जशीट दाखिल की है, जिसके बाद कांग्रेस बौखलाई हुई नजर आ रही है. कांग्रेस द्वारा देशभर में आंदोलन की घोषणा करना लोकतांत्रिक अधिकार हो सकता है, लेकिन उन्हें “लूटने का अधिकार” नहीं दिया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि 20 नवंबर 1937 को कांग्रेस ने एसोसिएटेड जनरल लिमिटेड (ADL) की स्थापना की थी, जिसके तहत ‘नेशनल हेराल्ड’ अखबार प्रकाशित किया गया.
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उन्होंने बताया कि देशभर के स्वतंत्रता सेनानियों ने इस संस्था को सस्ते दरों पर जमीन उपलब्ध कराई थी. लेकिन 1956 में ADL एक कंपनी बन गई, और बाद में यह घाटे में चली गई. वर्ष 2008 तक कंपनी पर 90 करोड़ रुपये का कर्ज चढ़ गया था. मरांडी के अनुसार, 2010 में सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने यंग इंडिया लिमिटेड नाम की एक कंपनी बनाई, जिसमें राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने 76% हिस्सा अपने पास रखा. यंग इंडिया को ADL के 99% शेयर दे दिए गए और कांग्रेस पार्टी द्वारा उस पर बकाया 90 करोड़ रुपये माफ कर दिए गए.
उन्होंने कहा, “यह लूट का सबसे बड़ा उदाहरण है. जिस संपत्ति को सार्वजनिक कार्यों के लिए लिया गया था, उसे सोनिया गांधी और राहुल गांधी को क्यों दिया गया?” बाबूलाल ने कहा कि कांग्रेस का इतिहास सदैव से इसी प्रकार के कार्यों से भरा रहा है.