बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 18 अप्रैल को ‘महिला संवाद’ अभियान की शुरुआत की. यह कार्यक्रम राज्य की महिलाओं को सरकारी कल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराने और उन्हें सामाजिक एवं आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से शुरू किया गया है. इस पहल के तहत, मुख्यमंत्री ने पटना से 50 प्रचार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जो राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं तक संदेश पहुंचाएंगे.
कार्यक्रम का उद्देश्य
‘महिला संवाद’ अभियान का मुख्य लक्ष्य लगभग 2 करोड़ महिलाओं तक सीधी पहुंच बनाना है. इसमें विशेष रूप से जीविका समूह की 1.35 लाख से अधिक महिलाएं शामिल होंगी. इस कार्यक्रम का आयोजन अगले 60 दिनों में पूरे बिहार में 70,000 स्थानों पर किया जाएगा, जिसमें पहले दिन ही राज्य के 600 स्थानों पर संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
योजनाओं की जानकारी
इस अभियान के दौरान महिलाओं को विभिन्न सरकारी योजनाओं जैसे महिला सशक्तिकरण नीति 2015, शराबबंदी, आरक्षण, दहेज उन्मूलन, बाल विवाह निषेध, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना और छात्रा पोशाक योजना आदि के बारे में जानकारी दी जाएगी. इसके अलावा, महिलाएं अपने गांव और समुदाय की समस्याओं को साझा कर सकेंगी और सरकार द्वारा उनकी समस्याओं का समाधान करने का प्रयास किया जाएगा.
संवाद का महत्व
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह कार्यक्रम न केवल महिलाओं को जानकारी देने का माध्यम बनेगा बल्कि उन्हें अपनी सामाजिक भूमिका और अधिकारों के प्रति जागरूक करने में भी मदद करेगा. इस दौरान प्राप्त सुझावों और अपेक्षाओं को संकलित कर जिला स्तर पर कार्रवाई की जाएगी.
आयोजन की प्रक्रिया
कार्यक्रम में भाग लेने वाली महिलाएं सुबह और शाम औसतन 1200 स्थानों पर संवाद करेंगी. पटना जिले में अकेले लगभग 1395 जगहों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इसके लिए लगभग 600 जागरूकता वाहन तैनात किए जाएंगे जिनमें बड़े टीवी स्क्रीन होंगे, जिन पर वीडियो फिल्में दिखाई जाएंगी ताकि महिलाएं सरकार द्वारा किए गए कार्यों के बारे में जान सकें.











