धनबाद : नालसा एवं झालसा की “साथी” परियोजना को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए डालसा चेयरमैन एवं प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश वीरेन्द्र कुमार तिवारी ने एक उच्चस्तरीय टीम का गठन किया है. इस टीम में विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल हैं, जिनमें जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अनीता कुजूर, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा कोषांग नियाज अहमद, जिला शिक्षा पदाधिकारी अभिषेक झा, जिला बाल सुरक्षा पदाधिकारी साधना कुमारी, मेडिकल ऑफिसर डॉ. राजीव कुमार सिंह और आधार यूआईडी से अमित कुमार सिंह एवं प्रदीप कुमार सहित सहायक लीगल डिफेंस काउंसिल के सदस्य एवं पारा लीगल वॉलंटियर शामिल हैं.
परियोजना का उद्देश्य और क्रियान्वयन
डालसा के सचिव मयंक तुषार टोपनो ने शनिवार को टीम की पहली बैठक की. इस बैठक में निर्णय लिया गया कि जिले में रह रहे अनाथ बच्चों की पहचान की जाएगी, जिसके बाद उनके आधार कार्ड बनवाए जाएंगे. यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद उन्हें सरकारी योजनाओं जैसे राशन कार्ड, स्पॉन्सरशिप स्कीम आदि से जोड़ा जाएगा ताकि वे समाज की मुख्यधारा से जुड़ सकें और खुद को बेसहारा न समझें.
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मिशन “साथी” की महत्वपूर्ण पहल
नालसा द्वारा शुरू की गई “साथी” परियोजना के तहत धनबाद जिले के सभी प्रखंडों एवं पंचायतों में रहने वाले अनाथ बच्चों, शेल्टर होम में रह रहे बच्चों एवं सड़क किनारे जीवन व्यतीत करने वाले बच्चों की मदद करने के लिए 15 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है. इस परियोजना को सफल बनाने के लिए सभी पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की गई है और टीम को निर्देश दिया गया है कि पहचान की प्रक्रिया तुरंत शुरू हो ताकि जरूरतमंद बच्चों को जल्द से जल्द राहत एवं सहायता प्रदान की जा सके.
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यह पहल अनाथ एवं बेसहारा बच्चों को एक नया जीवन देने की दिशा में सकारात्मक कदम साबित होगी. इस प्रयास से ये बच्चे भविष्य में बेहतर अवसरों का लाभ उठा सकेंगे और समाज में सशक्त रूप से खड़े हो सकेंगे.








