धनबाद: वासेपुर में शनिवार को ATS की टीम ने एक महिला समेत चार को गिरफ्तार की थी।जिसके बाद गिरफ्तार गुलफाम हसन, आयान जावेद, शहजाद और शबनम परवीन को रविवार को जेल भेज दिया गया। अब झारखंड पुलिस का अपराध निरोधक दस्ता चारों आरोपियों से पूछताछ करने के लिए रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट से याचिका करेगा। ATS को अबतक की जांच में जानकारी मिली है कि आरोपी प्रतिबंधित आतंकी संगठन हिज्ब उत-ताहिर, अलकायदा इंडियन सब कॉन्टिनेंट, आईएसआईएस व अन्य प्रतिबंधित संगठनों में युवकों को जोड़ने की कोशिश में जुटे थे। वे इसके लिए इंटरनेट मीडिया व अन्य माध्यमों को सहारा ले रहे थे। युवाओं को गुमराह कर रहे थे। धनबाद में भी स्लीपर सैल बनाने की तैयारी कर रहे थे। उनकी योजना थी कि स्लीपर सेल के माध्यम से विभिन्न इलाकों में हमलों को अंजाम दिया जाए और अशांति फैलाई जाए।
Read More: पाकिस्तान को एक और बड़ा झटका, भारत में लगा 11 बड़े पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों पर प्रतिबंध
NIA की जांच में यह खुलासा हो चुका है कि हिज्ब-उत-तहरीर मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना, और आंध्र प्रदेश में तेजी से स्लीपर सेल स्थापित कर रहा है। अब झारखंड के धनबाद में इससे जुड़े संदिग्धों के पकड़े जाने के बाद यह संभावना बन रही है कि इस मामले में भी NIA की एंट्री हो सकती है। धनबाद से गिरफ्तार चारो संदिग्ध युवा हैं। सभी की उम्र 21 साल है। ATS इस बात का भी पता लगा रही है कि ये किन-किन संगठनों के संपर्क में थे। मोबाइल व लैपटॉप की जांच शुरू हो गई है। ATS आरोपियों के कॉल डिटेल्स भी निकाल रही है, ताकि उन सभी नंबरों के बारे में पता चल सके जिनके संपर्क में ये लोग अक्सर थे। ATS चारों की पूरी हिस्ट्री भी खंगाल रहा है।
रांची, लोहरदगा के बाद अब धनबाद नया ठिकाना बना
जांच एजेंसियां रांची के चान्हो और लोहरदगा से आतंकी संगठनों से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी कर चुकी है। लोहरदगा के मिल्लत कॉलोनी से फैजान अंसारी नाम के युवक को NIA ने गिरफ्तार किया था। फैजान आईएसआईएस के संपर्क में आकर प्रभावित हो गया था। इसके बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अलकायदा इंडियन सब कॉन्टिनेंट से जुड़े डॉ. इश्तियाक को बरियातू और चान्हो से मदरसा संचालक को गिरफ्तार किया था। ये भी युवाओं को संगठन से जोड़ कर उन्हें राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के लिए हथियार प्रशिक्षण देने की योजना बना रहे थे।







