Lifestyle: पौधों से न सिर्फ सजावट, बल्कि मानसिक और शारीरिक सेहत में भी मिलता है बड़ा लाभ…..बदलती जीवनशैली और बढ़ते शहरी तनाव के बीच लोग अब अपने घर की बालकनी या छत को ‘Green zone’ में बदल रहे हैं. न सिर्फ बड़े शहरों में, बल्कि रांची जैसे छोटे शहरों में भी यह ट्रेंड तेजी से पॉपुलर हो रहा है.
अब लोग केवल सजावट के लिए पौधे नहीं लगा रहे, बल्कि ऑक्सीजन देने वाले प्लांट्स, मेडिसिनल हर्ब्स और माइंडफुलनेस कॉर्नर भी बना रहे हैं.
“ग्रीन थेरेपी” का असर:
मानसिक तनाव में कमी, मूड बूस्टिंग
इनडोर एयर क्वालिटी में सुधार
बच्चों और बुजुर्गों के लिए सुरक्षित और शुद्ध माहौल
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
मनोविज्ञानियों के अनुसार, रोज़ाना 10 मिनट पौधों के साथ बिताना मेडिटेशन के समान असर देता है. यह डिजिटल डिटॉक्स और माइंडफुल लिविंग को बढ़ावा देता है.
कौन से पौधे रखें?
तुलसी, एलोवेरा, स्नेक प्लांट (एंटी-पॉल्यूशन)
लैवेंडर, रोजमेरी (मेंटल पीस के लिए)
मनी प्लांट, बैम्बू (पॉजिटिव एनर्जी)
ट्रेंडिंग टिप: आजकल “DIY मिनी गार्डन” वीडियो सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैं. लोग पुरानी बाल्टियों, बोतलों और लकड़ी के बक्सों को इस्तेमाल कर स्मार्ट गार्डनिंग कर रहे हैं.












