KhabarMantra: पटना में बिहार का पहला डबल डेकर फ्लाईओवर पूरी तरह तैयार हो चुका है और इसका उद्घाटन बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे. यह फ्लाईओवर राज्य के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण सौगात साबित होगा, जिससे राजधानी में यातायात व्यवस्था और अधिक सुगम हो जाएगी.
बिहार में पहली बार डबल डेकर फ्लाईओवर:
यह प्रदेश का पहला डबल डेकर फ्लाईओवर है, जबकि दूसरा फ्लाईओवर छपरा में निर्माणाधीन है. पटना में साइंस कॉलेज से पीएमसीएच होते हुए गांधी मैदान के कारगिल चौक तक इस 422 करोड़ रुपये की लागत से बने पुल का निर्माण हुआ है.
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यातायात प्रबंधन होगा बेहतर:
अशोक राजपथ, गांधी मैदान, एनआईटी, कृष्णा घाट, बीएन कॉलेज, सिविल कोर्ट और कई अन्य प्रमुख इलाकों के लोगों को इस फ्लाईओवर से बड़ी राहत मिलेगी. इससे रोजाना सफर करने वालों को जाम से बचने और सुगम आवागमन का लाभ मिलेगा.
मरीजों और छात्रों को मिलेगी सहूलियत:
विभागीय मंत्री नितिन नवीन ने हाल ही में इस परियोजना का निरीक्षण किया और कहा कि यह फ्लाईओवर पटना की यातायात व्यवस्था को और मजबूत बनाएगा. इसका लाभ खासकर मरीजों, छात्रों, व्यापारियों और आम नागरिकों को मिलेगा.
2.2 किमी लंबा सफर होगा आसान:
फ्लाईओवर को दो स्तरों में बनाया गया है, जिसमें पहला स्तर 1.5 किमी लंबा है और पटना कॉलेज से बीएन कॉलेज तक फैला है. दूसरा स्तर 2.2 किमी लंबा होगा और कारगिल चौक से साइंस कॉलेज तक जाएगा. दोनों स्तरों पर 8.5 मीटर चौड़ी सड़क होगी, जिससे एकतरफा यातायात को सुचारू रूप से चलाने में मदद मिलेगी.
ध्वनि प्रदूषण होगा कम:
अशोक राजपथ के दोनों ओर कॉलेज, अस्पताल और घर होने के कारण पुल पर विशेष नॉयज बैरियर लगाए गए हैं. इससे वाहनों से निकलने वाली आवाजें और हॉर्न की ध्वनि 70% तक कम हो जाएगी.
इस डबल डेकर फ्लाईओवर के बनने से राजधानी पटना की यातायात व्यवस्था अधिक सुगम होगी और लोगों को सफर में नई सुविधा का अनुभव मिलेगा.











