Jharkhand के मुख्यमंत्री Hemant Soren ने श्रावणी मेला 2025 को लेकर बड़ा ऐलान करते हुए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं। रांची स्थित लोक प्रशासन संस्थान में हुई उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में बताया गया कि इस साल मेले को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भव्य बनाने की योजना है।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाएं रहेंगी टॉप प्रायोरिटी
बैठक में कहा गया कि बाबा बैद्यनाथ और बासुकीनाथ धाम में देश-विदेश से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा, स्वच्छता, ट्रैफिक और स्वास्थ्य सेवाओं पर खास फोकस रहेगा। सरकार का लक्ष्य है कि श्रद्धालु बेहतर अनुभव लेकर लौटें।
हर विभाग को मिला टास्क – मिशन मोड में होंगी तैयारियां
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी विभाग आपस में तालमेल बनाकर सभी व्यवस्थाओं को समय पर पूरा करें। उन्होंने मुख्य सचिव को मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी सौंपी है।
Read more: JPSC सिविल सेवा Interview शेड्यूल जारी, राज्य को मिलेंगे 342 नए अधिकारी
मेले में खाली जमीन पर बनेगा नया इंफ्रास्ट्रक्चर
मेले के रूट में खाली पड़ी जमीनों पर विश्राम गृह, शौचालय और स्नानागार बनाने का आदेश दिया गया है। यह जमीन रैयतों से अस्थायी रूप से लेकर मेले के बाद उन्हें साफ-सुथरी हालत में लौटाई जाएगी।
ट्रैफिक और भीड़ नियंत्रण पर होगी डिजिटल नजर
भीड़ नियंत्रण के लिए अत्याधुनिक हाई डेफिनेशन कैमरा, वाहन नंबर प्लेट रीडर और QR कोड आधारित शिकायत प्रणाली शुरू की जाएगी। ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों की तुरंत पहचान होगी और एक्शन भी।
Read more: राज्य की संवैधानिक संस्थाएं निष्क्रिय: बीजेपी अध्यक्ष ने राज्य सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
महिलाओं और बच्चों के लिए होंगी खास सुविधाएं
मेले में महिलाओं और बच्चों के लिए अलग रहने, भोजन और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है, ताकि वे भी सुरक्षित और सहज माहौल में दर्शन कर सकें।
50 लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद – तैयार है झारखंड
सरकार को इस बार लगभग 50 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। मेला को वैश्विक पहचान दिलाने के लिए हर पहलू पर विशेष तैयारी की जा रही है।
बैठक में शामिल थे कई अहम चेहरे
इस हाई-प्रोफाइल बैठक में सरकार के मंत्री, विधायक, मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और तीर्थ क्षेत्र विकास प्राधिकरण के सदस्य समेत अन्य वरीय अधिकारी मौजूद रहे।








