Sports news: दर्शकों को रोमांचक अनुभव देने और खेल की गति को बनाए रखने के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने टेस्ट मैचों को लेकर एक बड़ा और ऐतिहासिक फैसला लिया है. अब यदि कोई टीम टेस्ट मैच के दौरान तय समय में ओवर पूरे नहीं कर पाती है, तो अंपायर खेल के दौरान ही 5 रन की पेनल्टी लगा सकते हैं. यह नियम 2025 से लागू किया गया है और इसका सीधा असर मैच के स्कोरकार्ड पर भी देखने को मिलेगा.
क्या है नया नियम?
– टेस्ट मैचों में टीमों को हर घंटे में औसतन 15 ओवर फेंकने होते हैं.
– अगर कोई टीम इस रेट को मेंटेन करने में विफल रहती है, तो अंपायर मैदान पर तुरंत 5 रन प्रतिदंड के रूप में विपक्षी टीम को दे सकते हैं.
– यह पेनल्टी फील्डिंग टीम पर लागू होगी — यानी जो गेंदबाज़ी कर रही है.
– इस नियम को खेल के बीच में ही लागू किया जाएगा, न कि मैच खत्म होने के बाद.
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क्यों लाया गया यह बदलाव?
– धीमी ओवर गति लंबे समय से टेस्ट क्रिकेट की सबसे बड़ी आलोचनाओं में से एक रही है.
– दर्शकों का ध्यान बनाए रखने, और समय पर परिणाम सुनिश्चित करने के लिए यह कदम आवश्यक माना गया.
– पूर्व में केवल कप्तानों या खिलाड़ियों पर जुर्माना लगाया जाता था, जो दर्शकों के अनुभव या स्कोर पर कोई फर्क नहीं डालता था.
क्या असर पड़ेगा इस नियम का?
– टीमें अब अधिक सतर्क और रणनीतिक होंगी — समय प्रबंधन को प्राथमिकता देना पड़ेगा.
– कप्तान को बॉलिंग चेंज, फील्ड प्लेसमेंट और DRS की अपील जैसे निर्णय जल्दी लेने होंगे.
– धीमे ओवर फेंकने वाली टीमों को अब रन की मार झेलनी पड़ेगी, जिससे टेस्ट मैच का परिणाम प्रभावित हो सकता है.
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खिलाड़ी और एक्सपर्ट क्या कह रहे हैं?
कुछ पूर्व क्रिकेटर्स ने इस फैसले का स्वागत किया है, इसे “क्रिकेट को दर्शकों के लिए और ज़्यादा आकर्षक बनाने की दिशा में एक प्रभावी कदम” बताया है. वहीं कुछ लोगों का मानना है कि ये नियम खिलाड़ियों पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है, खासकर जब मैच का नतीजा नाज़ुक मोड़ पर हो.












