Desk : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में टिकट बंटवारे को लेकर सियासी उबाल बढ़ गया है। मधुबन विधानसभा क्षेत्र से टिकट के दावेदार और 2020 में राजद प्रत्याशी रहे मदन प्रसाद शाह ने इस बार टिकट नहीं मिलने पर पार्टी नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
Read More-पलामू में दिनदहाड़े हत्या, सड़क से उठा ले गए और मार दी गोली, जांच में जुटी पुलिस
टिकट का भरोसा देकर आखिरी वक्त में किसी और को मिल गया टिकट
मदन शाह का कहना है कि उन्हें लालू प्रसाद यादव ने टिकट का भरोसा दिलाया था, लेकिन आखिरी वक्त में किसी और को उम्मीदवार बना दिया गया। निराश शाह कई दिनों तक राबड़ी देवी के आवास पर डटे रहे, लेकिन जब उन्हें पता चला कि “पीछे के दरवाजे से” टिकट किसी अन्य को दे दिया गया है, तो उन्होंने खुलकर नाराजगी जताई।
Read More-Breaking News : महागठबंधन में नहीं बनी बात, झामुमो बिहार में अकेले छह सीटों पर लड़ेगा चुनाव
पैसे पर ईमानदारी हार गई
उन्होंने राजद के वरिष्ठ नेता संजय यादव पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि उनसे टिकट के बदले 2 करोड़ 60 लाख रुपये की मांग की गई थी। शाह ने कहा, हम पार्टी के लिए समर्पित रहे, लेकिन जब पैसे की बात आई, तो ईमानदारी हार गई।
मदन शाह 2020 के चुनाव में राजद के टिकट पर मधुबन से चुनाव लड़े थे और मात्र 2700 वोटों के अंतर से हार गए थे। इस बार टिकट न मिलने से वे खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं।
Read More-प्यार में पागल प्रेमिका ने नाबालिग प्रेमी के साथ भागकर रचाई शादी, पहुंच गई थाने फिर हुआ…











